Aaj Samaj (आज समाज), ISRO chief S Somnath, नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मून मिशन चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ‘विक्रम’ से अलग होकर ‘रोवर प्रज्ञान’ चांद की सतह पर घूम रहा है। यह पानी व कीमती धातुओं से जुड़ी जानकारी जुटाएगा। इनस्पेस के चेयरमैन पवन के गोएनका ने गुरुवार को यह जानकारी दी। वहीं इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की कामयाबी पर खुशी जाहिर की। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ को पत्र लिखा।
- सोनिया गांधी ने इसरो प्रमुख को पत्र लिखा
चंद्रयान-3 सफलता को कैसे बयां करूं, मेरे पास शब्द नहीं: सोमनाथ
उन्होंने कहा, मेरे पास शब्द नहीं है कि मैं मिशन की सफलता को कैसे बयां करूं। यह सब पूरी इसरो टीम की मेहनत का फल है। इसरो प्रमुख ने इस दौरान सूर्य मिशन आदित्य एल-1 और गगनयान मिशन पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि सूर्य मिशन तैयार हो चुका है और बस हम लॉन्चिंग की तैयारी में है। सोमनाथ ने कहा कि यह मिशन सूर्य तक जाने का मिशन है और सितंबर के पहले सप्ताह में यह लॉन्च किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लॉन्चिंग के बाद यह यान कई दिन लगाकर अपने गंतव्य स्थल एल-1 पर पहुंचेगा।
गगनयान : सितंबर या अक्टूबर के अंत तक एक मिशन लॉन्च करेंगे
इसरो चीफ ने कहा कि हम गगनयान को लेकर भी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए संभवत: सितंबर या अक्टूबर के अंत तक एक मिशन लॉन्च करेंगे। उन्होंने इसी के साथ बताया कि हम मैन मिशन से पहले कई और टेस्ट मिशन करने वाले हैं। सोमनाथ ने कहा कि कई मिशन के बाद हम 2025 में मैन मिशन लॉन्च करेंगे, जिसमें अंतरिक्ष में मानवयुक्त यान भेजा जाएगा।
प्रज्ञान को अभी कई चीजें करनी है, 14 दिन का इंतजार : सोमनाथ
इसरो प्रमुख ने कहा, प्रज्ञान अभी चंद्रमा की सतह पर उतरा है और उसे वहां कई चीजें करनी है। उन्होंने कहा, हम 14 दिन पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं। रोवर प्रज्ञान के चंद्रमा पर भविष्य को लेकर इसरो प्रमुख ने कहा, चांद की सतह पर चीजें व प्रक्रिया काफी जटिल हैं, इसलिए हम प्लानिंग के अनुसार होने वाली चीजों का इंतजार कर रहे हैंं। लैंडर विक्रम व प्रज्ञान में कई उपकरण लगे हैं और हम अभी उनके काम करने का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल हम चंद्रमा की तस्वीरों की स्टडी कर रहे हैं।
चंद्रयान-3 की कामयाबी दुनिया के वैज्ञानिकों के लिए उपलब्धि : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 15 ब्रिक्स सम्मेलन में कहा कि चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की और यह केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के वैज्ञानिक समुदाय के लिए उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि भारत ने जहां टारगेट किया था, चंद्रयान-3 के लैंडर ‘विक्रम’ ने वहीं लैंडिंग की। पीएम ने कहा, एक कठिन सतह पर हमने सफलतापूवर्क लैंडर को लैंड कराया। उन्होंने कहा, इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हमें पूरी दुनिया की तरफ से जो बधाई के संदेश मिले हैं, मैं उसके लिए अपने वैज्ञानिकों व देशवासियों की तरफ से आप सभी का शुक्रिया अदा करता हूं।
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