Aditya L-1 Halo Orbit, आज समाज, बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष यान आदित्य-एल1 मिशन पर एक खुशखबरी दी है। इसके मुताबिक आदित्य-एल 1 ने सूर्य और पृथ्वी के बीच एल 1 लैग्रेंजियन बिंदु यानी हेलो आर्बिट का एक चक्कर पूरा कर लिया है। इसरो ने एक्स पर लिखा, आज, आदित्य-एल1 ने एल1 बिंदु के चारों ओर अपनी पहली हेलो कक्षा पूरी की।
एक हेलो कक्षा में परिक्रमा कर रहा यान
गौरतलब है कि इस साल छह जनवरी को यान लैग्रेंजियन बिंदु (एल1) पर पहुंचा था। इसके बाद हेलो कक्षा का एक चक्कर पूरा करने में यान को 178 दिन लगे। बता दें कि यान पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर पृथ्वी और सूर्य के बीच लैग्रेंजियन बिंदु 1 (एल1) के चारों ओर एक हेलो कक्षा में परिक्रमा कर रहा है। इस मिशन के जरिए वायुमंडल, सौर चुंबकीय तूफानों और पृथ्वी के आसपास के पर्यावरण पर उनके प्रभाव का अध्ययन किया जा रहा है।
यान में लगे हैं सात पेलोड
इसरो के आदित्य-एल1 मिशन के पीछे कई उद्देश्य हैं। जिस तरह पृथ्वी पर भूकंप आते हैं उसी तरह सौर पर भी भूकंप होते हैं जिन्हें कोरोनल मास इजेक्शन कहा जाता है। सौर कंपन का अध्ययन करने के लिए सूर्य की निगरानी जरूरी है। सूर्य के अतीत, वर्तमान व भविष्य का पता लगाने के लिए भारत के पहले सौर मिशन ‘आदित्य’ में 7 पेलोड लगे हैं।