Aaj Samaj (आज समाज), Israel On UN Chief, तेल अवीव: इजरायल और फलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को जंग का 19वां दिन था और अब तक दोनों पक्षों के करीब 7000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने सुरक्षा परिषद की बैठक में हमास के पक्ष में एक ऐसी टिप्पणी कर दी जिसने इजरायल के गुस्से मेें आग में घी डालने का काम किया है। उन्होंने बैठक में कहा, यह भी मानना महत्वपूर्ण है कि हमास द्वारा किए गए हमले अकारण नहीं हुए। फलस्तीन के लोगों को 56 वर्षों से घुटन भरे कब्जे का सामना करना पड़ रहा है।
- हमास ने इजरायल पर अकारण हमला नहीं किया : गुतारेस
फलस्तीनियों की उम्मीदें खत्म होती जा रही
गुतारेस ने कहा, फलस्तीन के लोगों ने अपनी जमीन को लगातार (यहूदी) बस्तियों द्वारा हड़पते और हिंसा से ग्रस्त होते देखा है। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई। उनके लोग विस्थापित हो गए और उनके घर ध्वस्त कर दिए गए। अपनी दुर्दशा के राजनीतिक समाधान की उनकी उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं। गुतारेस की इसी टिप्पणी पर इजरायल आगबबुला हो गया है और उसने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से इस्तीफे तक मांग कर डाली है। इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने गुतारेस पर आतंकवाद को बर्दाश्त करने और उचित ठहराने का आरोप लगाया।
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत भी नाराज
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने भी उनकी एक्त टिप्पणी को पूरी तरह गलत बताया। उन्होंने कहा, महासचिव महोदय, आप सारी नैतिकता और निष्पक्षता खो चुके हैं। जब आप ऐसे भयानक शब्द कहते हैं कि ये जघन्य हमले अकारण नहीं हुए हैं तो आप आतंकवाद को सहन कर रहे हैं और इसे आप उचित ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि महासचिव को इस्तीफा दे देना चाहिए। हम उनसे माफी की मांग करते हैं।
विदेश मंत्री ने यूएन प्रमुख के साथ मुलाकात रद की
गुतारेस की टिप्पणी से इजरायली विदेश मंत्री इतना नाराज हो गए कि उन्होंने यूएन प्रमुख के साथ पहले से तय अपनी मुलाकात को भी रद कर दिया। दरअसल, एली कोहेन ने सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में शिरकत की थी और मंगलवार दोपहर को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुतारेस के साथ भेंट करनी थी। कोहेन ने कहा, हमास द्वारा सात अक्टूबर को किए गए नरसंहार के बाद, उसके के लिए धरती पर रहने की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, हमास को नष्ट करना केवल इजरायल का अधिकार नहीं है, यह हमारा कर्तव्य है। हम उसे धरती से मिटाकर रहेंगे।इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) प्रमुख हर्जी हलेवी ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा है कि गाजा में युद्ध केवल उसके लिए नहीं बल्कि मुक्त विश्व का युद्ध है। उन्होंने कहा, उनकी सेनाएं आक्रमण के लिए तैयार हैं। जंग में अब तक
गाजा में ईंधन की आपूर्ति की इजाजत जरूरी : यूएनआरडब्ल्यूए
फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने इस बीच कहा है कि गाजा में ईंधन की आपूर्ति खतरनाक रूप से खत्म होने के करीब है और इसकी डिलीवरी की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों को साफ पीने का पानी मिले, अस्पताल खुले रहें और जीवन रक्षक सहायता अभियान चल सकें। इस बीच, रिपोर्टों में कहा गया है कि अगर इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष को नियंत्रित नहीं किया गया तो बाइडेन प्रशासन मध्य पूर्व से हजारों अमेरिकी नागरिकों की सामूहिक निकासी को अंजाम देने की संभावना की तैयारी कर रहा है।
7000 से ज्यादा लोगों की मौत
इजरायल और हमास संघर्ष में मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच वार-पलटवार में अब तक 7000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर की सुबह गाजा पट्टी से इजरायल के शहरों में हजारों रॉकेट दागे थे और साथ ही घरों में घुसकर इजरायल के कई लोगों को मार दिया और कई को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए। अब भी हमास के कब्जे में इजरायल व अन्य देशों के 220 लोग बताए जा रहे हैं। शरू से जारी जंग में इजरायल के 1400 से ज्यादा और इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में अब तक 5800 से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। ताजा हवाई हमलों में 16 गाजावासियों की मौत हो गई है।
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