Aaj Samaj (आज समाज), Israel Defence Forces, तेल अवीव: इजरायल की सेना गाजा पट्टी में प्रवेश कर चुकी है और उसने आतंकी संगठन हमास को निशाना बनाकर जमीनी हमले तेज कर दिए हैं। गौरतलब है कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल के कई शहरों में कई हजार रॉकेट दागे थे और उसके बाद से दोनों पक्षों में युद्ध जारी हैं। हमलों में अब तक दोनों पक्षों के 9000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 27 अक्टूबर देर रात हुई इजराइली बमबारी से गाजा के इलाके में कम्यूनिकेशन टूट गया जिसके बाद से यहां इंटरनेट बंद हो चुका है। करीब 23 लाख लोग दुनिया से कट चुके हैं।
- दोनों पक्षों के 9000 से ज्यादा लोगों की मौत
- स्वतंत्रता का यह दूसरा युद्ध : बेंजामिन नेतन्याह
हमलों का एक वीडियो भी जारी
आईडीएफ ने बताया कि कल देर रात गाजा में जमीनी स्तर तेज किए गए हमलों का एक वीडियो भी जारी किया गया है। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, इजरायली आर्मी हमास आतंकियों की लोकेशन ट्रेस करके उनके ठिकानों को तबाह कर रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल की सेना ने गाजा को युद्धक्षेत्र घोषित कर एक बार फिर आम लोगों से गाजा छोड़ने की अपील की है।
युद्ध सेकेंड स्टेज पर, हम जीतेंगे : नेतन्याहू
वहीं भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध सेकेंड स्टेज पर पहुंच गया है और यह लंबा चलेगा। नेतन्याहू ने कहा, हम लड़ेंगे और जीतेंगे। हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और न ही पीछे हटेंगे। नेतन्याहू ने इसे इजराइल का स्वतंत्रता का दूसरा युद्ध बताया।
अब तक 229 बंधक, परिजनों से मिले नेतन्याहू
टाइम्स आॅफ इजराइल की रिपोर्ट में पीएम नेतन्याहू द्वारा बंधकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें उनके अपनों के सुरक्षित लाने का आश्वासन दिया गया है। हमास के कब्जे में अब तक 229 बंधक हैं और उनके परिजन नेतन्याहू से मिलने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि सेना हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बना रही है और उन्हें सुरंगों में बंधकों को रखे जाने की खबर हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।
पीएम मोदी ने की मिस्र के राष्ट्रपति से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बीच मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर बात कर इजरायल-हमास के बीच जारी लड़ाई पर बात की। उन्होंने भारत-मिस्र के रिश्तों को मजबूत करने पर भी चर्चा की।
1000 शव व इतने ही लोग मलबे में दबे : डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अब भी एक हजार शव और एक हजार से ज्यादा लोग मलबे में दबे हैं। इन्हें रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है। जरूरत का सामान भी नहीं पहुंच पा रहा है।
110 डाक्टरों की मौत : गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर को शुरू हुई जंग में अब तक 110 डॉक्टरों की मौत हुई है। 50 एम्बुलेंस पर भी हमले हुए हैं। 12 अस्पताल फ्यूल की कमी के चलते बंद हो गए हैं। नॉर्थ गाजा के 24 अस्पतालों को खाली करने का आदेश दिया गया है। यहां 2 हजार से ज्यादा लोग भर्ती हैं।
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