Aaj Samaj (आज समाज), IS Terrorist Shahnawaz Alam, नई दिल्ली: इस्लामिक स्टेट (आईएस) गुजरात की राजधानी गांधीनगर के अलावा अहमदाबाद सहित भारत के बड़े शहरों में बड़े हमले करने की फिराक में था, लेकिन फिलहाल साजिश को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया है।
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी भी रडार पर
आतंकी शहनवाज ने नागपुर से किया है बीटेक
आईएस के गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद शहनवाज आलम से पूछताछ में इस्लामिक स्टेट के बड़े टेरर प्लान का खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेसी (एनआईए) शहनवाज को इसी महीने के पहले सप्ताह में झारखंड के हजारीबाद से गिरफ्तार किया था। हजारीबाग निवासी 31 वर्षीय शहनवाज ने नागपुर से बीटेक किया है और वह फ्रीलांस की जॉब के साथ आईएस का आपरेटिव भी था।
सैन्य ठिकाने भी आईएस के निशाने पर
शहनवाज आलम ने पूछताछ में कबूला है कि अहमदाबाद और गांधीनगर में उनका बड़े बम धमाके करने का प्लान था। इसके अलावा मुंबई के नरीमन हाउस और गेटवे आफ इंडिया पर भी आईएस हमला करने की तैयारी में था। साथ ही देश के कुछ महत्वपूर्ण सैन्य ठिकाने भी आईएस के निशाने पर थे।
सैन्य ठिकानों की रेकी की, तस्वीरें पाक व सीरिया भेजीं
शहनवाज ने बताया कि भारत के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों की बाकायदा रेकी की गई थी और वहां की तस्वीरों को पाकिस्तान व सीरिया भेजा गया था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है और वे भी सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं।
हिंदू पत्नी को इस्लाम धर्म कबूल करवाकर मुस्लिम बनाया
शाहनवाज के मुताबिक उसकी पत्नी हिंदू थी और उसने इस्लाम धर्म कबूल करवाकर उसे मुस्लिम बनाया। दोनों की मुलाकात अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हुई थी। शाहनवाज ने बताया कि उसने अपनी आर्थिक हालत ठीक करने के लिए हजारीबाग में करीब 7-8 आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया और उसके बाद वह जिहाद के लिए तैयार होने लगा। पत्नी भी आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गई।
यूएस के हमले में मारा गया अनवर अवलाकी था गुरु
अमेरिकी सेना के हमले में मारा गया अल कायदा का टॉप मोस्ट आतंकी अनवर अवलाकी शाहनवाज का गुरु था। उसी से प्रभावित होकर शाहनवाज के अंदर आतंकी बनने का जुनून सवार हुआ। इसके बाद वह आॅनलाइन साइट्स पर रेडिक्लाइज मुस्लिम के ग्रुप्स और आईएस के हैंडलर से जुड़ गया। 2016 से जामिया में रह रहे शाहनवाज ने बताया कि वह मुस्लिम संगठन हिज्ब उल ताहिर से जुड़ गया था और यहां उसको कई ऐसे नौजवान मिले जो जिहादी सोच रखते थे।
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