पूर्वी लद्दाख मेंभारत और चीन आमने सामने हैं। दोनों देशों के बीच एलएसी को लेकर विवाद चल रहा है। चीन हमेशा दोहरी नीति अपनाता है। एक ओर दुनिया को दिखाने केलिए चीन भारत के साथ वार्ता करता है तो दूसरी ओर युद्ध की तैयारी में भी जुटा है। चीन की नीति का दोहरापन इस बात से जाहिर होता है कि भारत के साथ वार्ता केटेबल तो है लेकिन साथ ही वह अपनी सेना को युद्ध की तैयारी का भी संदेश दे रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सेना को युद्ध केलिए तैयार रहने के लिए कहा है। चीनी सेना हाई अलर्ट पर है। राष्ट्रपति जिनपिंग ने सेना को हाईअलर्ट पर रहने को कहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को गुआंगडोंग के दक्षिणी प्रांत में एक सैन्य अड्डे का दौरा किया और सैनिकों को युद्ध की तैयारी करने को कहा। जिनपिंग ने पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी से कहा, ‘अपना पूरा दिमाग और ऊर्जा युद्ध की तैयारी पर लगाओ।’ सीएनएन की रिपोर्ट की रिपोर्ट में शिन्हुआ के हवाले से कहा गया है कि जिनपिंग ने चाओझोउ शहर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी मरीन कॉर्प्स के दौरा किया और उन्होंने सैनिकों से हाई अलर्ट रहने को कहा। जिनपिंग ने चीनी सैनिकों को पूरी तरह से वफादार, बिल्कुल शुद्ध और भरोसेमंद रहने को भी कहा है। बताया जा रहा है कि चीन के राज्य गुआंगडोंग में शी जिनपिंग के पहुंचने का मुख्य उदेश्य शेनझेन स्पेशल इकोनॉमिक जोन की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर भाषण देना था। चीन की अर्थव्यवस्था को दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में इसका बड़ा योगदान रहा है।