Aaj Samaj (आज समाज), Irrigation Department, करनाल,28 जून, इशिका ठाकुर :
प्रदेश में मानसून दस्तक दे चुका है। इससे पहले की मानसून अपना असर दिखाए उससे पूर्व ही प्रशासन ने बाढ़ बचाव प्रबंधों को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। प्रदेश के कई जिलों से गुजरने वाली यमुना नदी के तटबंधो को मजबूत किया जा रहा है और जहां स्टड की आवश्यकता है वहां इनका निर्माण किया जा रहा है।
पूर्व में आई बाढ़ से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने इस बार अपनी ओर से बाढ़ बचाव के पुख्ता प्रबंध किए हैं। सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह ने बताया कि मानसून को देखते हुए उनकी ओर से यमुना नदी पर बाढ़ से बचाव की सभी तैयारियां कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि जिले के कुंडाकला और ढाकवाला गांव में स्टड का कुछ काम था जो पूरा कर लिया गया है, इसके अलावा क्रेट्स , खाली बैग और बल्लियां वगैरा तैयार की कर ली गई है।
1 जुलाई से सिंचाई विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित
आपदा की स्थिति में कश्तियों और कर्मचारियों को भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। जैसे ही निर्देश होगा हम अपनी सारी मशीनरी वहां पर लगा देंगे। नवतेज सिंह ने कहा कि 1 जुलाई से सिंचाई विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया जाएगा जो 24 घंटे काम करेगा। इसके अलावा पुलिस द्वारा भी तीन कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही पीछे से पानी छोड़ा जाता है हमारे पास पूर्व में सूचना आ जाती है और हम उससे निपटने का प्रबंध कर लेते हैं।
किसी तरह के खतरे की आशंका हो तो तुरंत प्रशासन से संपर्क करें
यमुना के सीमावर्ती गांवों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए उन्हें मानसून के दौरान विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। जैसे ही यमुना में पानी का स्तर बढ़ने लगे तो किसान खेतों में ना जाएं और अपने घरों में रहे। किसी तरह के खतरे की आशंका हो तो तुरंत प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं।
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