ईरान ने अमेरिका के सामने सशर्त वार्ता करने का प्रस्ताव रखा है। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि यदि अमेरिका वार्ता चाहता है तो उसे 2015 में हुए परमाणु सौदे के अनुसार ईरानी लोगों के खिलाफ आर्थिक आतंकवाद को बद करना पड़ेगा। साथ ही उसने ये भी कहा कि अमेरिका ईरानी लोगों के खिलाफ गतिविधियां चला रहा है और जब तक वह हम पर युद्ध थोपना व ईरान के लोगों के खिलाफ आर्थिक आतंकवाद को बंद नहीं करता तब तक हमारे लिए यह संभव नहीं है कि हम उससे बात करें।
यूरोपीय संघ (ईयू) की राजनयिक प्रमुख ने बृहस्पतिवार को कहा कि वे अमेरिका-ईरान वार्ता का समर्थन करेंगे, लेकिन इसके लिए ईरान के साथ एटमी डील का पूर्णत: पालन होना चाहिए। ईयू राजनयिक प्रमुख फेडरिका मोघेरिनी ने वार्ता का सावधानीपूर्वक स्वागत करते हुए कहा, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मौजूदा जरूरतों को संरक्षित किया जाना चाहिए।