Iran Russia Statement: हम नहीं चाहते इजरायल-फलस्तीन युद्ध बड़े क्षेत्रीय संघर्ष में बदल जाए

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Iran Russia Statement
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई।

Aaj Samaj (आज समाज), Iran Russia Statement, तेहरान/मास्को: इजरायल और फलस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच जारी जंग से ईरान और रूस ने दूरी बना ली है। इन देशों के नेताओं का कहना है कि वे नहीं चाहते कि युद्ध बड़े क्षेत्रीय संघर्ष में बदल जाए। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कथित तौर पर इस माह की शुरुआत में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया से कहा था कि चूंकि तेहरान को सात अक्टूबर के विनाशकारी आतंकी हमले की पहले से सूचना नहीं दी गई थी, इसलिए वह इजरायल के खिलाफ जंग में शामिल नहीं होगा।

  • नेताओं को मध्य पूर्व में व्यापक जंग छिड़ने की आशंका

हमास को राजनीतिक समर्थन, सीधे दखल नहीं : ईरान

एक मीडिया रिपोर्ट में तीन वरिष्ठ अधिकारियों का हवाला देते हुए दावा किया गया कि खामेनेई ने हनिया से कहा था कि हालांकि ईरान हमास को राजनीतिक समर्थन देगा, पर वह लड़ाई में सीधे दखल नहीं करेगा। ईरानी नेता ने कथित तौर पर हनिया से उन आवाजों को भी चुप कराने के लिए कहा, जो ईरान व उसके प्रॉक्सी आतंकी समूह हिजबुल्लाह को पूरी ताकत से इजरायल के खिलाफ युद्ध में सीधे शामिल होने के लिए कह रहे हैं।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव

उधर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बताया कि मॉस्को यह नहीं मानता है कि ईरान, लेबनान या हिजबुल्लाह चाहते हैं कि इजरायल-फलस्तीन युद्ध एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष में बदल जाए। इस बात को लेकर चिंता बनी हुई है कि इजरायल-हमास जंग से मध्य पूर्व में व्यापक युद्ध छिड़ सकता है। बता दें कि इजरायल के रक्षा मंत्री ने गाजा में इजरायल के अभियान के समान लेबनान की राजधानी बेरूत पर बमबारी करने की धमकी दी है, जबकि कुछ अमेरिकी लोगों ने ईरान पर हमले की अपील की है। हालांकि रूस का मानना है कि लेबनान या ईरान में किसी बड़े संघर्ष की कोई इच्छा नहीं है। लावरोव ने कहा कि कोई भी देश इस संकट में कोई भागीदारी नहीं चाहता है।

हिजबुल्लाह भी बड़े युद्ध के खिलाफ : रूस

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लेबनानी चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह भी इस नरसंहार से घबरा गया है। रॉयटर्स ने समूह के एक अनाम कमांडर के हवाले से कहा, हम एक जंग को लेकर सचेत हो गए हैं। रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने दावा किया कि हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्ला की हालिया टेलीविजन टिप्पणियों से पता चलता है कि समूह को बड़े युद्ध की कोई भूख नहीं है।

हिजबुल्लाह को उकसाया तो बदल सकते हैं हालात

रूसी राजनयिक ने चेतावनी दी कि अगर फलस्तीनियों को गाजा से बाहर निकालने के प्रयास से हिजबुल्लाह को कार्रवाई के लिए उकसाया गया तो स्थिति बदल सकती है। लावरोव ने तर्क दिया कि यही आकलन ईरान के लिए भी सच है। भले ही इलाके में अमेरिकी ठिकानों पर मिलिशिया बलों के हमलों में वृद्धि हुई हो, जिसके लिए वाशिंगटन ने तेहरान को जिम्मेदार ठहराया है।

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