तेहरान। ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते में संवर्धित यूरेनियम के उत्पादन को लेकर तय की गई सीमा का सोमवार को उल्लंघन किया और यूरोप को जवाबी कार्रवाई करने के खिलाफ आगाह किया। वहीं फ्रांस ने तनाव को कम करने के प्रयासों के तहत अपने एक दूत को ईरान रवाना किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब वैश्विक ताकतों और ईरान के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते से अमेरिका को अलग हुए एक साल से ज्यादा का वक्त हो गया है। ईरान का कहना है कि समझौते के शेष यूरोपीय साझेदारों की निष्क्रियता के कारण अब उसमें सब्र नहीं बचा है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि ईरान के हालिया कदम के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्रांस के अपने समकक्ष एमैनुएल मैक्रों के साथ ह्यह्यईरान परमाणु हथियार न हासिल कर सके, यह सुनिश्चित करने और पश्चिम एशिया में ईरान के अस्थिर व्यवहार को खत्म करने के लिए जारी प्रयासोंह्णह्ण पर चर्चा की। ईरान द्वारा निर्धारित सीमा को पार किए जाने और 4.5 प्रतिशत संवर्धन करने की घोषणा देश के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रवक्ता बेहरूज कमालवंदी ने की।
अर्द्ध सरकारी संवाद समिति आईएसएनए ने उनके हवाले से कहा, ह्यह्यशुद्धता का यह स्तर देश के ऊर्जा संयंत्रों की र्इंधन जरूरतों को हर तरह से पूरा करता है।ह्णह्ण कमालवंदी ने संकेत दिया है कि इस्लामी गणराज्य कुछ समय तक संवर्धन के इस स्तर को बरकरार रख सकता है जो एक परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी 90 प्रतिशत के स्तर से काफी नीचे है। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने पुष्टि की है कि ईरान ने सौदे में निर्धारित सीमा के स्तर से ज्यादा यूरेनियम का संवर्धन किया है। आईएईए ने कहा कि उसके निरीक्षकों ने, ह्यह्यआठ जुलाई को पुष्टि की कि ईरान 3.67 प्रति यू-235 से ऊपर यूरेनियम को संवर्धित कर रहा है।ह्णह्ण यूरोपीय संघ ने कहा कि वह इस कदम से अत्यंत चिंतित है और ईरान से अपील की कि वह समझौते की प्रतिबद्धता के खिलाफ की जा रही सभी गतिविधियों को रोक दे। साथ ही फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने भी ईरान से इस सीमा का उल्लंघन नहीं करने की अपील की। वहीं फ्रांस ने कहा कि वह तनाव को कम करने के लिए अपने विशेष दूत को मंगलवार- बुधवार को ईरान भेज रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने किसी भी तरह की सख्त कार्रवाई के खिलाफ आगाह किया। मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बाद मौसवी ने कहा कि अगर यूरोप ने ह्यह्यकुछ भी अटपटे कदम उठाए, तो हम सभी अगले कदम (प्रतिबद्धताओं की तरफ वापस लौटने की योजना) छोड़कर अंतिम वाले को लागू करेंगे।ह्णह्ण उन्होंने आखिरी कदम के बारे में नहीं बताया लेकिन ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने पूर्व में आगाह किया था कि ईरान परमाणु समझौते से बाहर हो सकता है।