Aaj Samaj (आज समाज), international youth day,नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़: महिलाओं में मासिक धर्म जीवन का एक हिस्सा है। यह एक ऐसी प्रक्रिया जिसके बारे में जानते हुए भी इसे छुपाया जाता है। बच्चियों को मासिक धर्म के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी है ताकि उनकी सेहत पर कोई गलत प्रभाव न पड़े। यह बात अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह ने आज अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राजकीय महिला महाविद्यालय नारनौल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित करते हुए कही।
एडीसी ने कहा कि महिलाओं को मासिक धर्म के बारे में खुलकर बात करने की जरूरत है।
खासकर तब जब किशोरियों में इस प्रक्रिया की शुरुआत हो। उन्होंने कहा कि पहली बार मासिक धर्म होने पर बच्चियों के मन में घबराहट, असमंजस, डर और चिंता उपजती है। इस समय होने वाला असंतुलन उन्हें और भी डरा देता है क्योंकि वे इसके बारे में कम जानती हैं। ऐसे में उन्हें सही और उचित जानकारी देना न केवल इस प्राकृतिक प्रक्रिया को लेकर उनके मन से असमंजस को हटा देता है बल्कि उसे पीरियड्स के दौरान सामान्य जीवन जीने में भी मदद करता है।
उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के बारे में किशोरियों को यह जानकारी उनकी मां, टीचर, बड़ी बहन या घर की कोई भी महिला दे सकती है। इस मौके पर एडीसी ने उपस्थित छात्राओं को मासिक धर्म स्वास्थ्य की किट भी वितरित की।
इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य ज्ञानचंद, महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव, सीडीपीओ सरला यादव व कृष्ण यादव, प्रवक्ता डॉ. अलीशा, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. पूनम व डॉ. ममता शर्मा मौजूद थी।
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