आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत (Internation labor day) अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस पर मज़दूर संगठन इफ़टू से जुड़े फैक्ट्री मज़दूरों ने सैक्टर 25 विश्वकर्मा चौंक पर मज़दूर सभा आयोजित करके वर्ष 1886 में शिकागो (अमेरिका)में शहीद हुए मज़दूर साथियों को याद किया। मई दिवस के शहीदों को लाल सलाम व “मई दिवस के शहीदों का पैगाम- जारी रखना है संग्राम” के नारों से शहीद मज़दूरों को श्रद्धांजलि दी गई। मज़दूर संगठन इंडियन फैडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियंस (इफ़टू)संयोजक कॉमरेड पीपी कपूर ने कहा कि मज़दूरों की मेहनत की लूट पर खड़ी पूंजीवादी व्यवस्था को ध्वस्त कर शोषणविहीन समाजवादी समाज का निर्माण करना ही मई दिवस के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मज़दूरों की कुर्बानी की बदौलत मज़दूर वर्ग में जागृति आई
करीब 136 वर्ष पूर्व आज के दिन ही वर्ष 1886 में 8 घण्टे की ड्यूटी की मांग को लेकर शिकागो (अमेरिका) में हाथों में सफेद झंडा थामे हज़ारों मज़दूरों ने जुलूस निकाला था। पूंजीपतियों व उनके गुंडों ने मज़दूरों के इस शांतिपूर्ण जुलूस पर बर्बर हिंसा करके सैंकड़ों मज़दूरों को लहू लुहान कर दिया, कई मज़दूरों के गोलियों से उड़ा दिया तो कई मज़दूरों को फांसी पर चढ़ा दिया। तभी से मज़दूरों के इस झंडे का रंग लाल हुआ। उन मज़दूरों की कुर्बानी व शहीद मज़दूर साथियों के बलिदान की बदौलत पूरी दुनियां में मज़दूर वर्ग में जागृति आई।
ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की मांग की
इफ़टू नेता कॉमरेड गिरीश चन्द्र ने पानीपत सहित पूरे देश मे श्रम कानून लागू करने, मज़दूर विरोधी लेबर कोड़ रद्द करने व ठेकेदारी प्रथा खत्म करने की मांग की। मज़दूर सभा मे श्रमिक कॉमरेड जगदीश, आकाश, दिलीप, राजू राय, रवि गिरी, सुरेजा बेगम, अंजिला खातून, बिल्किस बानो, भारती देवी, ओम मति,फ़िरोज़, आलम, मतेबुल, मिथिलेश, बिट्टू आदि शामिल हुए।