कहा-पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को दिया आध्यात्मिक ज्ञान
Kurukshetra News (आज समाज) कुरुक्षेत्र: हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक पौराणिक और आध्यात्मिक इतिहास रहा है। इस धरा पर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने मोह ग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया वहीं पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया है। इसके साथ-साथ अनेक महान संतों के पैर इस धरा पर पड़े।
कई महान संत व गुरु इस धरा पर पहुंचे है। इसलिए इस धरा के स्मरण मात्र से ही मनुष्य को अपने पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ-साथ ब्रह्मसरोवर का भी कुरुक्षेत्र के इतिहास में एक धार्मिक और पौराणिक इतिहास है। विभिन्न अवसरों पर इस तीर्थ के सरोवर में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
उपाध्यक्ष धुमन सिंह शनिवार को देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। धुमन सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में 15 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेला, 5 दिसंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में गीता यज्ञ, 5 दिसंबर से 7 दिसंबर तक अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक कला एवं संस्कृति विभाग तथा एनजैडसीसी पटियाला व केडीबी की तरफ से सुबह के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम, 5 दिसंबर से 11 दिसंबर तक कला एवं संस्कृति विभाग तथा एनजैडसीसी पटियाला व केडीबी की तरफ से सायं के समय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
देश की संस्कृति को एक मंच पर देखने का मिलेगा अवसर
उपाध्यक्ष धुमन सिंह ने कहा कि महोत्सव में देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम अपनी अनोखी छाप छोड़ेंगे। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में देश की संस्कृति को एक ही मंच पर देखने का अवसर मिलेगा। इस महोत्सव को लेकर तमाम कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और प्रशासन की तरफ से तैयारियां लगातार की जा रही है। इस वर्ष महोत्सव का आयोजन 28 नवंबर से शुरू हो चुका हैं और यह महोत्सव 15 दिसंबर तक चलेगा।
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