सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला कंट्री पार्टनर की भूमिका निभाएंगा तंजानिया
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हर साल की तरह इस बार भी अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। अबकी बार अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 28 नवबर से शुरू होकर 15 दिसंबर तक चलेगा। आज चंडीगढ़ में सीएम नायब सैनी ने अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रम को लेकर घोषणा कर दी है। उन्होंने बताया कि अबकी बार अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में तंजानिया देश को कंट्री पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है। इस कंट्री पार्टनर ओडिशा सहयोगी राज्य के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगा।
गीता जयंती महोत्सव के कार्यक्रम की घोषणा के दौरान सीएम सैनी के साथ ओडिशा के कैबिनेट मंत्री सूर्यवंशी सूरज और तंजानिया की हाई कमिश्नर अनीशा और स्वामी ज्ञानानंद मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि महोत्सव की अवधि 18 दिन की होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मेले को देश विदेश में लोकप्रियता मिली है। इस दौरान सीएम ने बताया कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला 7 से 23 फरवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा। इसमें भी तंजानिया भागीदारी के रूप में शामिल होगा। तंजानिया में गीता और श्रीमद्भागवत का आयोजन होता रहता है। वहां भी हिंदू मंदिर है।
पिछले साल 45 लाख लोग पहुंचे थे गीता जयंती महोत्सव में
सीएम नायब सैनी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 2023 में इस महोत्सव में 45 लाख लोगों ने 18 अलग-अलग दिनों में हिस्सेदारी की थी। सैनी ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरूक्षेत्र 48 कोस में फैला हुआ है। यहां 182 महाभारत कालीन तीर्थ हैं। 5162 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर गीता का उपदेश दिया था। 2019 में मॉरिशस, लंदन, कनाडा, आॅस्ट्रेलिया, श्रीलंका और इंग्लैंड में भी अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया गया था।