- सतत विकास से 2038 तक हरियाणा राज्य विकसित राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा
प्राचार्य डॉ जगदीश गुप्ता ने बताया की सफलता केवल किताबों में ही नहीं बल्कि दैनिक जीवन में भी जरूरी है। आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम केवल अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहे हैं जबकि इन संसाधनों को बचाना जरूरी है, नहीं तो आने वाली पीढियां को उनके बारे में पता ही नहीं चल पाएगा। डॉ. गुप्ता ने बताया कि देश-विदेश से 300 से अधिक रिसर्च पेपर प्राप्त हुए। कॉन्फ्रेंस के आयोजक सहसचिव प्रो. पंकज चौधरी ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि प्रथम दिवस चार टेक्निकल सेशन (ऑफलाइन) व 5 टेक्निकल सेशन (ऑनलाइन) चले, व दूसरे दिन भी 4 टेक्निकल सेशन (ऑफलाइन) व पांच टेक्निकल सेशन (ऑनलाइन) चले। इन सेशन में 18 रिसोर्स पर्सन्स ने शिरकत की।
इन सत्रों में सतत विकास, कॉरपोरेट गवर्नेंस, व्यवसाय, शिक्षा, सामाजिक समरसता, पर्यावरण समृद्धि, लिंग समानता आदि विषयों पर चर्चा की गई। प्रोफेसर डॉ अतवीर सिंह, मेरठ ने अपनी समिति के विषय के बारे में प्रकाश डाला और बताया कि समिति किस प्रकार से सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता कर रही है। धन्यवाद नोट प्रोफेसर डॉ सुरेंद्र मोर सचिव ने प्रस्तुत किया और उन्होंने सभी आमंत्रित अतिथियों का व कॉलेज के सभी स्टाफ सदस्यों का धन्यवाद किया। मंच संचालन डॉक्टर मनीष नागपाल ने किया। सभी अतिथियों को बुके व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। साथ ही तीन बेस्ट पेपर अवार्ड व तीन बेस्ट पोस्टर प्रेज़न्टैशन चुने गए। इस अवसर पर कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. रामनिवास, डॉ. मधु गाबा, प्रो. सतवीर सिंह प्राध्यापिका मिनाक्षी चौधरी, डॉ. रमेश सिंगला, डॉ. राजेश गर्ग, आस्था गुप्ता, प्रिया गुप्ता, डॉ. रजनी शर्मा, डॉ. अंजू मलिक, माणिक गुप्ता, नम्रता अरोडा, विवेक गुप्ता समेत सभी कॉलेज स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।