आरोपी को कोर्ट में पेश कर लिया 2 दिन के रिमांड पर, पुलिस का बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा Inspector Accused of Making Fake BPL Card
आज समाज डिजिटल,करनाल:
Inspector Accused of Making Fake BPL Card: फर्जी बीपीएल कार्ड बनाकर गरीबों का राशन हड़पने के आरोप में पुलिस ने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंसपेक्टर देवेंद्र मान को करनाल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर दो दिन का रिमांड हासिल किया। पुलिस का दावा है कि आरोपी के बाकी आरोपित साथियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपी देवेंद्र मान पर आरोप है कि अपने साथी विकास, अरुण, अनिल, प्रेमचंद के साथ मिलकर 110 फर्जी बीपीएल राशन कार्ड बनाकर करीब 32 लाख रुपए का सरकारी राशन हड़प लिया।
जांच रिपोर्ट में 110 बीपीएल कार्ड फर्जी बने हुए पाए गए Inspector Accused of Making Fake BPL Card
भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में आते ही खादय आपूर्ति विभाग के डीएफएससी ने जांच इंद्री के एएफएसओ को सौंप दी। जांच रिपोर्ट में 110 बीपीएल कार्ड फर्जी बने हुए पाए गए, साथ ही इंसपेक्टर कार्यरत घरौंडा देवेंद्र मान, डिपो होल्डर्स, नॉमनी विकास कुमार, अरुण कुमार, प्रेम चंद, अनिल कुमार ने मिलकर पीओएस मशीन से अंगूठे लगवाकर राशन वितरण किया। जिसके लिए सभी को जांच में दोषी पाकर खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी रविंद्र जागलान की शिकायत पर सेक्टर 32,33 में शिकायत दर्ज करवाकर केस दर्ज करवा दिया।
सरकारी लिस्ट में शामिल नहीं, इंसपेक्टर के बनाएं गए बीपीएल कार्ड Inspector Accused of Making Fake BPL Card
इंसपेक्टर देवेंद्र मान ने अपने साथियों की मदद से गरीब लोगों का मजाक बनाते हुए उनके नाम पर 110 फर्जी बीपीएल कार्ड बनाएं जो कि फरवरी 2020 से जून 2020 की अवधि में बनाएं गए। सरकार की ओर से मिलने वाले राशन का गबन कर दिया। हैरानी की बात ये कि जो फर्जी बीपीएल राशन कार्ड बने, वे सरकार की लिस्ट में शामिल नहीं। सवाल उठ रहा है कि जब बिना लिस्ट में शामिल बीपीएल कार्ड पर राशन वितरण कार्य चल रहा था, उस वक्त विभाग के तत्कालीन डीएफएससी क्या कर रहे थे? क्या सरकारी लिस्ट के बिना राशन कार्ड भेजा जा सकता है? दूसरा इंसपेक्टर ने क्या करनाल में ही गबन किया है? अन्य जगहों पर जांच क्यों नहीं की गई?
इंसपेक्टर देवेंद्र मान पर फर्जी डिपो बनाकर राशन हड़पने के भी आरोप Inspector Accused of Making Fake BPL Card
इसके अलावा इंसपेक्टर देवेंद्र मान पर कई आरोप हैं, फर्जी राशन डिपो बनाकर राशन हड़पने के आरोप में ही इंसपेक्टर पर संगीन धाराओं में केस दर्ज हो चुका है। इसी मामले में अरुण कुमार, प्रेम चंद, डिपो होल्डर्स जितेंद्र कुमार के नाम भी शामिल हैं, जो अभी तक फरार चल रहे हैं। इंसपेक्टर की कार्यप्रणाली को देखकर आसानी से पता चलता है कि वो कितनी संदिज्ध हैं। इंसपेक्टर द्वारा पहले किए गए कार्यों की निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए तो बहुत बड़े-बड़े भ्रष्टाचार के मामले सामने आ जाएं तो हैरानी नहीं होंगी। लेकिन डीएफएससी बिना शिकायत के जांच को तैयार नहीं?
जल्द आरोपी के साथियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा: सब इंसपेक्टर कृष्ण कुमार Inspector Accused of Making Fake BPL Card
सब इंसपेक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि आरोपी देवेंद्र मान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश 2 दिन का रिमांड हासिल किया। रिमांड के दौरान आरोपी से फर्जी राशन कार्ड कैसे बनाएं, रिकार्ड कहां हैं, आधार कार्ड कहां से लाए, दूसरे साथियों से देवेंद्र मान का क्या संबंध हैं। उन्होंने कहा कि आरोप है कि 32 लाख रुपए का राशन फर्जी राशन कार्ड के आधार पर लिया है। आरोपी के बाकी साथियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उधर डीएफएससी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने अप्रैल माह में ज्वाइन किया हैं, ये मामला उनके ज्वाइनिंग से पहले का हैं। फिलहाल विभाग की ओर से इंसपेक्टर देंवेंद्र मान के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश नहीं आए हैं।
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