Insect bite: जानिए बरसात के मौसम में इंसेक्ट के काटने पर क्या उपाय करें

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Insect bite

Insect bite : बारिश के मौसम में हवा में बढ़ने वाली नमी और हाइजीन की कमी से अक्सर कीड़े-मकौड़ों के काटने का खतरा बना रहता है। दरअसल, वातावरण में बढ़ने वाली ह्यूमिडिटी से संक्रमण, मक्खी- मच्छर और कीड़े-मकौड़े तेज़ी से बढ़ने लगते हैं। इनके काटने से खुजली, जलन और दर्द का अनुभव होता है। मच्छर काटने से बढ़ने वाली इंफ्लामेशन और इंफेक्शन बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी के लिए परेशानी का कारण बनने लगता है। जानते हैं इंसेक्ट बाइट से डील करने के आसान उपाय।

इन टिप्स की मदद से इंसेक्ट बाइट से मिलेगी राहत

1. मॉस्किटो रीपेलेंट करें इस्तेमाल

इंसेक्ट बाइट से बचने के लिए दिन के वक्त और रात में सेते समय मोस्किटो रीपेलेंट का प्रयोग करें। डीईईटी युक्त मोस्कीटो रीपेलेंट से वातावरण में कीड़े मकौड़े का प्रभाव कम होने लगता है और किसी प्राकर के संक्रमण का खतरा कम होने लगता है।

2. बर्फ की सिकाई करें

मच्छरों के काटने से बढ़ने वाली सूजन और जलन नियंत्रित करने के लिए बर्फ को कुछ देर तक रूमाल में डालकर या आइस पैक को बाइट वाले स्थान पर लगाकर रखें। इससे ब्लड का फ्लो उचित बना रहता है और सूजन कम होने लगती है।

3. शहद

शहद में मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण इंसेक्ट बाइट से राहत दिलाते हैं। शहद में पाया जाने वाला कैटालेस एंजाइम सूजन से राहत प्रदान करता है। मच्छर के काटने वाली जगह पर शहद की थिन लेयर लगाएं और उसे किसी कपड़े से कवर कर दें। इससे त्वचा का राहत मिलती है।

4. एलोवेरा जेल

एलोवेरा की पत्तियों में मौजूद जेल में सैलिसिलिक एसिड पाया जाता है। इससे बार बार होने वाली खुजली और दर्द से राहत मिलने लगती है। कीड़े मकौड़े के काटने पर एलोवेरा जेल लगाने से शरीर को ठंडक प्राप्त होती है और खुजली की समस्या हल हो जाती है। नियमित तौर पर इसे लगाने से मच्छरों से बचा जा सकता है।

5. कैलामाइन लोशन

बग बाइट्स का खतरा बारिश के मौसम में हर दिन बना रहता है। मच्छरों के काटने पर उससे त्वचा पर बढ़ने वाली लालिमा को कम करने के लिए कैलामाइन लोशन इस्तेमाल करें। इससे त्वचा को सूदिंग इफेक्ट की प्राप्ति होती है और त्वचा मुलायम बनी रहती है।

6. हल्के रंग के कपड़े पहनें

पेड़ पौधों और गंदगी के आसपास रहने वाले मच्छरों से अपना बचाव करने के लिए डार्क शेड्स की जगह पेसटल यानि हल्के रंगों के कपड़ों का चयन करें। इससे इंस्टेक्ट बाइट का खरा कम हो जाता है। साथ ही ढ़ीले कपड़े पहनें, ताकि बार बार होने वाली स्वैटिंग से बचा जा सके।

7. कैमोमाइल टी बैग्स

कैमोमाइल टी में टेरपेनोइड्स और फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। इन नेचुरल केमिकल्स से शरीर को एंटीऑक्सिडेंट और एंटीहिस्टामाइन गुणों की प्राप्ति होती हैं। कैमोमाइल टी बैग को 10 मिनट तक गर्म पानी में रखने के बाद उसे स्कवीज़ करें और फिर