आज समाज डिजिटल, गाजियाबाद:
मोदीनगर में स्कूल बस में जा रहे कक्षा चार के छात्र अनुराग की मौत का मामला आरटीओ को भारी पड़ गया। मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान लिया है। उसका नतीजा यह हुआ कि प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को लापरवाही बरतने के आरोप में गाजियाबाद के दो एआरटीओ सतीश कुमार और विश्वजीत सिंह के साथ ही संभागीय निरीक्षक (आरआई) प्रेम सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा शासन स्तर से कुछ और अधिकारियों के खिलाफ गोपनीय जांच की बात सामने आ रही है।
बृहस्पतिवार को हुए हंगामें के बाद अधिवक्ता और पार्षद समेत 50 नामजद
गुस्साए स्थानीय लोगों द्वारा बृहस्पतिवार को सड़क जाम करने के मामले में पुलिस ने एक अधिवक्ता समेत 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमें में सड़क जाम करने के अलावा लोगों को भड़काने उपद्रव करने और सोशल मीडिया पर भडकाऊ पोस्ट डाले जाने का आरोप है। हालांकि स्थानीय लोगों में अभी भी रोष बना हुआ है। किसी तरह के प्रदर्शन आदि को रोकने के लिए कस्बे में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
बच्चों की जान जोखिम में डालकर 166 स्कूलों के 756 स्कूली वाहन फिटनेस समाप्त होने के बाद भी सड़कों पर दौड़ रहे
बता दें कि गाजियाबाद में स्कूली बच्चों की जान जोखिम में डालकर 166 स्कूलों के 756 स्कूली वाहन फिटनेस समाप्त होने के बाद भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। दूसरी ओर स्थानीय पुलिस के द्वारा बृहस्पतिवार देर शाम स्कूल के प्रिंसीपल को छोड़े जाने के विरोध में अनुराग के परिजन शुक्रवार की सुबह धरने पर बैठ गए। परिजनों को समझाने पहुंची एसडीएम शुभांगी शुक्ला द्वारा धरने पर बैठे परिजनों को डांटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें कि चार दिन पूर्व मोदीनगर में हापुड रोड स्थित मोदी स्कूल के छात्र 11 वर्षीय अनुराग शर्मा की बस से स्कूल जाते वक्त मौत हो गई थी।
अनुराग ने उल्टी आने पर अपने सिर बस की खिड़की से बाहर निकाला
दरअसल अनुराग ने उल्टी आने पर अपने सिर बस की खिड़की से बाहर निकाला और सिर खंबे से टकरा जाने के चलते हादसा हुआ। छात्र की मौत के बाद उसकी मां की ओर से स्कूल प्रबंधको सहित चालक परिचालक के खिलाफ धारा- 304ए के तहत मामला दर्ज कराया गया था।
लेकिन मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को प्रिसिंपल को हिरासत में लेकर छोड़े जाने व प्रबंधन की ओर से कोई गिरफ्तारी ना होने पर गुस्साये परिजनो ने थाने पर धरना प्रदर्शन और जमकर हंगामा किया। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए डीएम राकेश कुमार सिंह ने स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट तलब की। उसके बाद भडकाऊ पोस्ट डालने पर अधिवक्ता लोकेद्र आर्य तथा उकसाने के मामले में पालिका के पूर्व सभासद लोकेश डोढी व अन्य 50 के खिलाफ आईटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
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