- आज के समय में साइबर अपराधों और उनसे बचने की जानकारी होना बहुत जरुरी
- साइबर ठगी होने पर डायल 1930 कर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड करा ठगी किए गए पैसे पा सकते हैं वापिस
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
जिला पुलिस की ओर से महेंद्रगढ़ में शुक्रवार को राहगिरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका विषय साइबर अपराध से बचाव और जागरूकता रहा।
महेंद्रगढ़ पुलिस ने 1930 मीटर वॉक का भी कराया आयोजन
इस दौरान जिला पुलिस द्वारा लोगों में साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 की कैप वितरित की गई, साथ ही साइबर अपराध से बचाव के पंपलेट भी बांटे गए।
जिला पुलिस द्वारा राव तुलाराम चौक महेंद्रगढ़ पर आयोजित साईबर राहगिरी कार्यक्रम में आमजन को साईबर अपराधों के बारे में जागरूक किया गया साइबर ठगों से बचाव के तरीके बताए गए। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के कुशल-मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश अनुसार जिला महेंद्रगढ़ पुलिस जिले के काफी स्कूलों/कॉलेजों व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह के जागरूकता अभियान चला चुकी है। महेंद्रगढ़ पुलिस का साइबर जागरूकता अभियान जारी है, राहगिरी संगोष्ठी इत्यादि के माध्यम से आमजन, युवाओं को साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
आज राहगिरी के माध्यम से पुलिस ने लोगों को जागरुक करते हुये बताया कि आज के समय में साइबर अपराध चरम पर है। आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगा जा रहा है, इन्हें रोकने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। सभी को समझना होगा कि साइबर अपराध करने वाले लोग बड़े ही चालाक किस्म के होते हैं जिनसे सभी को बचना होगा और जागरूक होकर ही जिनसे बचा जा सकता है। जिला महेंद्रगढ़ में साइबर क्राईम थाना स्थापित है और जिले के प्रत्येक थाने में साइबर हेल्प डेस्क गठित है, जो ऐसे मामलों को सुलझाने का काम कर रही हैं और साथ ही आमजन को जागरूक भी कर रही हैं।
जागरूकता से ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है
आज के समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस को सावधानी और सतर्कता के साथ प्रयोग करना जरूरी है। इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन फ्राड, वालेट और यूपीआई संबंधित धोखाधड़ी से बचना चाहिए। साइबर अपराध से बचने के लिए युवाओं, आम लोगों को स्वयं जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा।
पुलिस ने वहां पर मौजूद सभी लोगों को फेसबुक हैकिंग, बारकोड के माध्यम से होने वाले फ्रॉड, व्हाट्सएप हैकिंग से बचाव, ओटीपी व फर्जी वेबसाइट से होने वाले फ्रॉड के संबंध में सावधानियां बरतने की सलाह दी।
फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट्स से हनी ट्रैप के संबंध में लोगों को जागरूक रहने के लिए कहा गया। सिम कार्ड के माध्यम से, एटीएम कार्ड बदलकर, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से, बायोमैट्रिक, क्यूआर कोड स्कैन, सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ति से दोस्ती, फर्जी कॉल, अनजान व्हाट्सएप वीडियो कॉल, ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप, सोशल मीडिया पर रुपयों की मांग करने वालों से, गूगल से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने बारे व यूपीआई संबंधी फ्राड के प्रति भी लोगों को जागरूक किया गया। राहगिरी कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम में भाग लेने वालों को रिफ्रेशमेंट के लिए फल बांटे गए।
हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में जानकारी
इसके बाद जिला पुलिस और वहां पर मौजूद गणमान्य व्यक्तियों द्वारा राव तुलाराम चौक से ब्रह्मदेव चौक तक पैदल रैली निकाली गई। जिसमें दुकानदारों व अन्य लोगों को साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में जानकारी दी और बताया कि साइबर अपराध होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
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