Inflation and EMI (आज समाज, नई दिल्ली ) भारत में खुदरा महंगाई दर में इजाफा हुआ है। अक्टूबर में महंगाई दर 6.21% हो गई, जो सितंबर में 5.49% थी। रॉयटर्स के अर्थशास्त्रियों के सर्वे के अनुसार, यह वृद्धि सब्जियों व खाद्य तेलों की कीमतों में तेज उछाल के कारण हुई है।
यह आंकड़ा चिंताजनक है। केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी में 20% की बढ़ोतरी की है, जिससे महंगाई में इजाफा हुआ और लोगों के किचन के बजट पर बोझ बढ़ा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर महंगाई का यह रुझान जारी रहता है, तो आरबीआई के लिए रेपो दर में कटौती का निर्णय और भी लंबा खिंच सकता है। ऐसी स्थिति में, लोगों को ईएमआई में राहत मिलना मुश्किल होगा, और इसे पाने के लिए अगले वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही तक प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई के पास महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों को ऊंचा बनाए रखने के अलावा कोई दूसरा प्रभावी विकल्प नहीं है।
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