नई दिल्ली। कांग्रेस की रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने जोरदार तरीके से मंगलवार को रायबरेली का मुद्दा उठाया। उन्होंने रायबरेली में रेलवे के कारखाने के निजीकरण पर सवाल उठाते हुए देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवारहर लाल नेहरू को याद किया। उनके द्वारा कही गई बातों को अपने भाषण के दौरान सांसदों के सामने रखा और सरकार पर आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार कुछ खास उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने कहा, ‘रायबरेली की सार्वजनिक संपत्तियों की सरकार पूरी रक्षा करे।
रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री देश की सबसे आधुनिक फैक्ट्रियों में से है और पूर्व की सरकारों ने इसे आगे ले जाने के लिए काफी काम किया। स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए भी यह रेल फैक्ट्री महत्वपूर्ण है। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि सरकार इस फैक्ट्री के निजीकरण का प्रयास कर रही है। इसके लिए मजदूर यूनियनों तक को विश्वास में नहीं लिया गया। 2000 से अधिक मजदूरों और कर्मचारियों का भविष्य अब संकट में है।’ रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलने के साथ ही देश के पहले प्रधानमंत्री को भी याद किया। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू सार्वजनिक उद्योंगो को देश के विकास की पूंजी मानते थे। सोनिया ने कहा, ‘बहुत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह सरकार मजदूर और गरीब लोगों को भूलकर सिर्फ कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही है। मजदूरों का हक छीनकर कैसे उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, यह बात किसी से छुपी नहीं है।’
जिस वक्त सोनिया गांधी सरकार पर उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रही थीं, अन्य कांग्रेसी सांसद मेज थपथपाते नजर आए। भाषण के दौरान यूपीए चेयरपर्सन बहुत संयत नजर आईं। समय खत्म होने का इशारा जब स्पीकर की ओर से किया गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कुछ और वक्त की मांग की। सोनिया का संबोधन खत्म होने पर कांग्रेस सांसदों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया।