महिला टी-Indian women failed to win 20 World Cups, Australia beat India by 85 runs: 20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाईं भारतीय महिलाएं,भारत को 85 रन से हरा आॅस्ट्रेलिया 5वीं बार चैम्पियन

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मेलबर्न। महिला टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच कर भारत ने इतिहास रच दिया था और भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद थी कि भारतीय महिलाएं एक कदम और बढ़कर खिताब भी जीत जाएंगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। महिला टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के कारण आॅस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रन से हरा दिया। लीग मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाली किशोर वय शेफाली वर्मा भी इस मैच में कुछ नहीं कर पाईं और केवल दो रन बनाकर निराश लौटीं। यहीं नहीं शेफाली ने एक महत्वपूर्ण कैच भी टपका दिया और जीतने की बजाय हारने में खास भूमिका निभा गईं।
मेलबर्न में खेले गए मैच में टॉस जीतकर आॅस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 184 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम 19.1 ओवर में 99 रन पर आॅलआउट हो गई। मैच में टीम इंडिया के टॉप-5 बल्लेबाजों ने सिर्फ 19 रन बनाए। यही हार का मुख्य कारण रहा। शेफाली वर्मा 2, स्मृति मंधाना 11, तानिया भाटिया ने 2, जेमिमा रोड्रिग्ज ने 0 और हरमनप्रीत कौर ने 4 रन बनाए। 185 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 19.1 ओवर में 99 रन पर ढेर हो गई। भारत की ओर से सबसे ज्यादा 33 रन दीप्ति शर्मा ने बनाए, जबकि वेदा कृष्णमूर्ति 19 रन और ऋचा घोष 18 रन बनाकर आउट हुईं। वहीं, आॅस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज मेगन स्कट 4, जेस जोनासेन ने 3 विकेट, जबकि सोफी मोलिनेक्स, निकोला कैरी और डेलिसा कमिंसी ने 1-1 विकेट हासिल किया।
75 रन की पारी खेलने वाली एलिसा हीली प्लेयर आॅफ द मैच रहीं। शिखा के तीसरे और मैच के 11वें ओवर में हीली ने लगातार तीन छक्के लगाए। मैच का पहला ओवर लेकर आईं आॅफ स्पिनर दीप्ति शर्मा की पहली ही गेंद पर हीली ने चौका जड़ दिया था। ओवर की 5वीं गेंद पर शेफाली वर्मा ने हीली का कैच छोड़ दिया था। इस ओवर में आॅस्ट्रेलिया ने 3 चौके के साथ 14 रन लिए।
हरमनप्रीत की मां भी पहुंची थीं मैच देखने
भारतीय टीम ने केवल भारतीय प्रशंसकों को ही निराश नहीं किया बल्कि टीम की कुछ सदस्यों के मां बाप भी मैच देखने पहुंचे थे, उन्हें भीखासा निराश किया। कप्तान हरमनप्रीत कौर का रविवार को जन्मदिन था। वे 31 साल की हो गईं। उनकी मां इस मैच को देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद रहीं। यह 7वां टूर्नामेंट है, जिसमें से भारत एक बार भी खिताब नहीं जीता, जबकि आॅस्ट्रेलिया सबसे ज्यादा 5 बार चैम्पियन बना है। इस टूर्नामेंट से पहले भारत 3 बार (2009, 2010, 2018) सेमीफाइनल में पहुंचा। पिछली बार उसे सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार मिली थी।