भुवनेश्वर। भारतीय हॉकी टीम दुनिया की तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड के खिलाफ शनिवार को होने वाले एफआईएच प्रो लीग मुकाबले के जरिए तोकियो ओलंपिक की अपनी तैयारियों की शुरूआत करेगी। भारत ने पिछली बार प्रो लीग नहीं खेला था लेकिन इस बार उसकी शुरूआत 2019 के प्रो लीग और यूरोपीय चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता नीदरलैंड से होगी। पहला मैच शनिवार को और दूसरा रविवार को यहां कलिंगा स्टेडियम पर खेला जाएगा।
दुनिया की शीर्ष टीमों की भागीदारी में अपनी सरजमीं पर और बाहर आधार पर खेले जा रहे टूर्नामेंट से भारत की ओलंपिक तैयारी पुख्ता होगी। नीदरलैंड के बाद भारत को 8 और 9 फरवरी को विश्व चैम्पियन बेल्जियम से खेलना है। इसके बाद 22 और 23 फरवरी को आॅस्ट्रेलिया से मुकाबला होगा। भारत इसके बाद जर्मनी (25 और 26 अप्रैल) और ब्रिटेन (दो और तीन मई) में खेलेगा। स्वदेश लौटने पर 23 और 24 मई को न्यूजीलैंड से खेलना है और फिर पांच और छह जून को अर्जेंटीना में खेलना होगा। मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम प्रो लीग राउंड रोबिन चरण का आखिरी मैच 13 और 14 जून को स्पेन के खिलाफ खेलेगी।
भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड को इस टूर्नामेंट में मिलने वाली चुनौती का बखूबी इल्म है। नीदरलैंड टीम के पूर्व सहायक कोच रहे रीड को पता है कि उसके खिलाफ कैसा प्रदर्शन करना होगा। नीदरलैंड ने 2018 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में भारत को 2-1 से हराया था। दोनों टीमों के बीच पिछले पांच मैचों में से भारत ने चार जीते और एक ड्रॉ रहा। रीड ने कहा कि वह इस टूर्नामेंट को ओलंपिक तैयारी की शुरूआत के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा, दमदार शुरूआत जरूरी है। हमारे पहले तीन मैच दुनिया की शीर्ष तीन टीमों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, हम अपना ढांचा दुरुस्त रखने की कोशिश करेंगे। खिलाड़ी अपनी तकनीक को और निखारने उतरेंगे।
भारत को कलिंगा स्टेडियम पर खेलने का फायदा मिलेगा क्योंकि यहां उसने अनगिनत मैच खेले हैं। इसी मैदान पर पिछले साल नवंबर में एफआईएच क्वालीफायर में रूस को 11-3 से हराकर भारत ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। नीदरलैंड के कोच मैक्स कालडास ने कहा, भारत के खिलाफ मैच काफी अहम है। भारत के सामने उसकी धरती पर खेलना काफी कठिन है लेकिन हमें भुवनेश्वर में खेलने में मजा आता है। ओलंपिक से पहले खिलाड़ियों को आजमाने का यह सुनहरा मौका है। भारत अपनी पूरी मजबूत टीम उतारेगा, जिसमें मिडफील्डर चिंगलेनसना सिंह और सुमित की वापसी हुई है जो चोट के कारण बाहर थे।