Indian Economy:भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है और विश्व भर में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के एशिया और प्रशांत विभाग की उप निदेशक ऐनी-मैरी गुल्डे-वुल्फ ने यह बात कही है। उन्होंने कहा, हमने हाल के आंकड़ों को शामिल करने के लिए अपने अनुमानों को संशोधित किया है। इसके आधार पर अब हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की विकास दर 5.9 फीसदी होगी, जो हमारे पिछले अनुमान 6.1 से थोड़ी कम है।

बढ़ोतरी के अनुमानों में थोड़ी कमी

गुल्डे-वुल्फ ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वास्तव में खपत बढ़ने में अपेक्षित मंदी के चलते बढ़ोतरी के अनुमानों में थोड़ी कमी की गई है। उन्होंने कहा, आईएमएफ वृद्धि के मुख्य चालक के रूप में निवेश को देखता है। यह दो अंक में ऋण वृद्धि, मजबूत पीएमआई और एक महत्वाकांक्षी सरकारी व्यय कार्यक्रम से स्पष्ट है।

चीन की वृद्धि दर इस वर्ष रह सकती है 5.2 फीसदी

आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने कहा चीन की वृद्धि दर 2023 में 5.2 फीसदी 2024 में 4.5 फीसदी रह सकती है। 2022 में इसकी वृद्धि दर तीन फीसदी थी। उन्होंने कहा कि आपूर्ति-श्रृंखला की रुकावटें व युद्ध के कारण ऊर्जा और खाद्य बाजारों में पैदा हुई बाधाएं भी कम हो रही है।

इतनी रह सकती है वैश्विक वृद्धि दर व मुद्रास्फीति

गौरिनचास ने यह भी बताया कि ज्यादातर केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई मौद्रिक सख्ती का फल मिलना शुरू हो जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति अपने लक्ष्यों की ओर वापस आ रही है। आईएमएफ के ताजा अनुमानों के मुताबिक वैश्विक वृद्धि दर इस साल 2.8 प्रतिशत और 2024 में तीन फीसदी रहेगी। साथ ही मुद्रास्फीति भी 2022 के 8.7 फीसदी से घटकर इस साल सात प्रतिशत और 2024 में 4.9 फीसदी रह सकती है।

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