Aaj Samaj (आज समाज), Indian Air Force, नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने अपने सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान को पहली बार रात के अंधेरे में कारगिल हवाई पट्टी (एयरस्ट्रिप) पर उतारने में कामयाबी हासिल की है। एयरफोर्स के लिए इसे ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है। यह नई व बेहद चुनौतीपूर्ण जांबाजी है। वायुसेना के गरुड़ कमांडोज को भी टेरेन मास्किंग (रास्ते में इलाके को ढकने जैसी तकनीक) का इस्तेमाल कर इस विमान में बिठाकर कारगिल भेजा गया था। यह कमांडोज की ट्रेनिंग का भी हिस्सा था कि कैसे आपात स्थिति में उन्हें जल्द से जल्द मोर्चे पर तैनात किया जा सकता है। वायुसेना ने हालांकि इस प्रशिक्षण मिशन के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। बता दें कि गरुड़ कमांडो फोर्स, वायुसेना की स्पेशल फोर्स है।
सोशल मीडिया पर साझा किया वीडियो
वायुसेना ने कारगिल में रात में सुपर हरक्यूलिस की लैंडिंग का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। ऊंचाई वाले मुश्किल हालात में एयरक्राफ्ट की लैंडिंग हमेशा चुनौतीपूर्ण रहती है। ऐसे में कारगिल जैसे ऊंचे पहाड़ों वाले इलाके में सुपर हरक्यूलिस विमान की सफल लैंडिंग इंडियन एयरफोर्स की एक बड़ी सफलता है।
पहले उत्तराखंड के धारासू में कराई थी लैंडिंग
इससे पहले पिछले साल नवंबर में वायु सेना ने अपने दो सी-130जे-30 सुपर हरक्यूलिस सैन्य परिवहन विमानों की उत्तराखंड के धारासू में सफल लैंडिंग करवाई थी। इसकी खास बात यह थी कि यह लैंडिंग एक चुनौतीपूर्ण मौसम में और अल्पविकसित व अव्यवहार्य हवाई पट्टी पर करवाई गई थी। धारासू में जहां लैंडिंग करवाई गई, वह जगह 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह मिशन खराब मौसम में पास की निमार्णाधीन पहाड़ी सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने में मदद करने के लिए भारी इंजीनियरिंग उपकरण पहुंचाने के लिए चलाया गया था।
दुश्मन के रडार से बचने के लिए यूज होता है टेरेन मास्किंग
वायु सेना ने कहा, पहली बार वायुसेना के सी-130जे एयरक्राफ्ट ने कारगिल एयर स्ट्रिप पर रात के समय लैंडिंग की है और इस ट्रेनिंग के दौरान टेरेन मास्किंग का काम करते हुए गरुड़ कमांडो को भी तैनात किया गया। टेरेन मास्किंग एक सैन्य रणनीति है, जिसका इस्तेमाल दुश्मन के रडार से बचने के लिए पहाड़ों, पहाड़ियों व जंगलों जैसी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। दुश्मन से छिपकर अपने मिशन को अंजाम देना इसका मैन मकसद होता है।
अमेरिकी कंपनी ने बनाया है विमान
अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कंपनी द्वारा बनाया गया सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान एक ट्रांसपोर्ट विमान है, जो वायुसेना की 12वीं फ्लीट का हिस्सा है। इन्हें साल 2011 में वायुसेना में शामिल किया गया था।
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