सात नई रक्षा कंपनियां देश को समर्पित
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
भारत इस समय दो सीमाओं पर तनाव की स्थिति का सामना कर रहा है। पाकिस्तान से लगती सीमा पर जहां दशकों से आतंकवाद व पाकिस्तानी सेना से चुनौती मिलती रहती है वहीं अब चीन की तरफ से भी सीमा पर लगातार तनाव बनाया जा रहा है। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सात नई रक्षा कंपनियों को राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के दिन ही पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती भी है। पूर्व राष्टÑपति ने जिस तरह अपने जीवन को शक्तिशाली भारत के निर्माण के लिए समर्पित किया, वो हम सबके लिए प्रेरणा देने वाला है।
पिछले काफी समय से लटका था प्रोजेक्ट
इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सात नई कंपनियों की शुरुआत देश की संकल्प यात्रा का हिस्सा है। यह निर्णय पिछले 15-20 साल से अटका हुआ था। मुझे भरोसा है सातों कंपनियां आने वाले समय में भारत की सैन्य ताकत का आधार बनेंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी आर्डिनेंस फैक्ट्रियां दुनिया की शक्तिशाली फैक्ट्रियों के रूप में जानी जाती थीं। इनके पास लंबा अनुभव है। विश्व युद्ध के समय इनका दमखम दुनिया ने देखा है। आजादी के बाद इन फैक्ट्रियों को अपडेट करने की जरूरत थी, इस पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया।
अपने दम पर बढ़ाएंगे सैन्य ताकत
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश का लक्ष्य भारत को अपने दम पर दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत बनाने का है, भारत में आधुनिक सैन्य इंडस्ट्री के विकास का लक्ष्य है। पिछले सात वर्षों में देश ने मेक इन इंडिया के मंत्र के साथ अपने इस संकल्प को आगे बढ़ाने का काम किया है। आजादी के बाद पहली बार हमारे डिफेंस सेक्टर में इतने बड़े रिफॉर्म हो रहे हैं। इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की गई है। पीएम ने कहा कि देश की सात रक्षा कंपनियां सैनिकों के लिए पिस्टल से लेकर फाइटर प्लेन बनाएंगी। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्धसैनिक बलों से 65 हजार करोड़ रुपए के आॅर्डर मिले हैं। ये हमारी डिफेंस इंडस्ट्री में देश के विश्वास को दिखाता है।
ये कंपनियां करेंगी उत्पादन
एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड, इंडिया आप्टेल लिमिटेड, म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड, अवनी आर्मर्ड व्हीकल्स, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड, यंत्र इंडिया लिमिटेड हैं।