आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने अलग ही राग छेड़ दिया है। लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे स्वामी ने कहा है कि भारत को अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी को शरण देनी चाहिए। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि भारत को डॉ. अशरफ गनी को अपने यहां रहने के लिए आमंत्रण देना चाहिए। वह अपेक्षाकृत उच्च शिक्षित हैं और जब तालिबान अमेरिका के बनाए आधुनिक हथियारों के साथ पाकिस्तान के कब्जे वाले (पीओके) कश्मीर में घुसपैठ करेगा, तो वह भारत को भविष्य की प्रवासी अफगान सरकार बनाने में मदद कर सकते हैं। बता दें कि यह पहली बार नहीं जब तालिबान को लेकर सुब्रमण्यन स्वामी ने कुछ कहा हो। दो-तीन दिन पहले ही उन्होंने भारत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पहले लद्दाख में भारत चीन के आगे कमजोर पड़ा और अब वह तालिबान के आगे कमजोर पड़ता दिख रहा है। यह हमारी राष्ट्रीय छवि के लिए नुकसानदेह है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे से पहले ही डॉ.अशरफ गनी देश से भाग गए हैं और अब पता लगा है कि उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शरण ली है। भारत ने हमेशा से तालिबान का विरोध किया है। इसीलिए अब तालिबान और भारत के रिश्ते के भविष्य को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं।