Aaj Samaj (आज समाज), India Seat Sharing, कोलकाता: विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग को लेकर अंतर्कलह खत्म नहीं हो रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह बंगाल में अपने गढ़ को न कमजोर होने देना चाहतीं और न वह किसी दूसरे दल को अपना वोट बैंक ट्रांसफर करवाने देना चाहती हैं। ममता ने कोलकाता में आयोजित सर्वधर्म सद्भाव को संबोधित करते हुए कांग्रेस को सीट शेयरिंग का नया फॉमूर्ला भी दिया। साथ ही इंडिया के सहयोगी कांग्रेस व वाम मोर्चे को नसीहत देते हुए दोनों दलों को आइना भी दिखाया है।
कांग्रेस चाहे तो 300 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ ले
सीट शेयरिंग के नया फॉर्मूले पर टीएमसी प्रमुख ने कहा, बीजेपी को मात देने के लिए कांग्रेस को कुछ खास इलाकों को क्षेत्रीय पार्टियों के लिए छोड़ देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लेफ्ट पार्टियां इंडिया के एजेंडे को कंट्रोल करने की कोशिश में हैं, जिसे मैं स्वीकार नहीं करूंगी। कांग्रेस चाहे तो अपने दम पर 300 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ ले, मैं उनकी मदद करूंगी। हम उन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन, वो (कांग्रेस) जो खुद चाहते हैं उस पर अड़े हुए हैं।
अलायंस को लीड करना चाहती है टीएमसी
दरअसल, पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा है। आगामी आम चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए सत्तारूढ़ टीएमसी अलायंस को लीड करना चाहती है और सीट शेयरिंग में कांग्रेस, वाम मोर्चे को हद दिखाने से नहीं चूक रही है। सीपीएम के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा, इंडिया का हिस्सा हैं। हालांकि, बंगाल में सीपीएम व कांग्रेस के नेता लगातार टीएमसी के खिलाफ हमलावर दिख रहे हैं।
दो सीटों का आफर पर सहमत नहीं कांग्रेस
टीएमसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर दो सीटों का आफर दिया है जो कांग्रेस को नागवार गुजरा है। इसी को लेकर दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सीधे ममता बनर्जी को निशाने पर लिया था और कहा था कि वो टीएमसी से सीटों की ‘भीख’ नहीं मांगेंगे।
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