भारत ने चीन के सभी दावें को खारिज कर दिया है। इस समय गलवान घाटी के बीते दिनों हुई हिंसक झड़प और उसमें बीस भारतीय सैनिकों के शहीद होने केबाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। भारत के लोगों में चीन को लेकर गुस्सा बढ़ा हुआ है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि गलवान घाटी को लेकर पॉजिशन ऐतिहासिक तौर पर स्पष्ट है। चीन की तरफ से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर असमर्थनीय दावे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। चीन के वदेश मंत्रालय की ओर से 19 जून को सारा दोष भारत पर ही लगाया गया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार की थी जिसकी वजह से यह हिंसक झड़प हुई। चीन की ओर सेइस हिंसक झड़प के लिए भारत को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। आज भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय सैनिक गलवान घाटी समेत वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत-चीन सीमा पर सभी सेक्टरों से भाली-भांति परिचित हैं। भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार जाकर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है। भारतीय सैनिक बिना किसी घटना के लंबे समय सेवहां पेट्रोलिंग करते आ रहे हैं। भारत की तरफ से किए जा रहे सभी निर्माण एएसी की उसकी अपनी सीमा में हो रही है। सत्यता यही है कि चीन वहां सैनिकों की पेट्रोलिंग में लगातार बाधा डाल रहा है। चीन के बेतूके दावों को भारत स्वीकार नहीं कर सकता है।