श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ था और लगातार दुनिया के सामने झूठ फैला रहा था कि कश्मीर में मुसलमानों पर अत्याचार किए जा रहे हैं। घाटी की स्थति का जायजा लेने के लिए सूफी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य नसीरुद्दीन चिश्ती श्रीनगर पहुंचे थे। उन्होंने घाटी का दौरा किया और फिर कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के कई स्थानीय लोगों से मिले और किसी ने मानवाधिकार के उल्लंघन की बात नहीं कही है। गौरतलब है कि घाटी में जमीनी स्थिति का पता लगाने के लिए अजमेर शरीफ दरगाह के नसीरुद्दीन चिश्ती की अध्यक्षता में अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशी परिषद का प्रतिनिधिमंडसल तीन दिवसीय यात्रा पर थे।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि हम स्थानीय लोगों से मिले और किसी ने भी मनवाधिकार के उल्लंघन की बात नहीं कही है। पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा झूठा है। लेकिन हां, फोन जैसे बेसिक सेवा प्रतिबंधित हैं, मगर बड़ा कदम उठाया गया है, इसलिए इस तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प ाकिस्तान को नसीहत दे डाली कि पाकिस्तान को अगर रुचि है तो उसे फिलिस्तीन और चीन से लड़ाई लड़ना चाहिए, हमें उनके सलाह की जरूरत नहीं। भारत मुसलमानों के लिए सबसे अच्छा देश है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का जिहाद के लिए आह्वान करना शर्मनाक है।