एजेंसी,नई दिल्ली। देश के आर्थिक हालात को लेकर और गिरती जीडीपी को लेकर विपक्ष सरकार को निशाने पर लेता रहा है। विपक्षी नेताओं ने कई बार आॅटो सेक्टर की मंदी को लेकर और जीडीपी के कम होने को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। अब तक वित्तमंत्री ने इन सवालों को नहीं माना था। आर्थिक हालात को भी ठीक बताया था। हालांकि अब लोकसभा में शीतकालीन सत्र की शुरुआत में जीडीपी गिरने की बात तो स्वीकार की, मगर साथ ही यह भी कहा कि भारत जी-20 में सबसे तेज दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक लिखित जवाब में कहा, सन 2014-19 के दौरान औसत जीडीपी वृद्धि 7.5 प्रतिशत थी, जो कि जी-20 देशों में सर्वाधिक है। वर्ष 2019 के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (डब्ल्यूईओ) ने वैश्विक उत्पादन और व्यापार में अच्छी-खासी मंदी का अनुमान लगाया है। फिर भी हाल में जीडीपी में कुछ कमी के बावजूद डब्ल्यूईओ के अनुमान के अनुसार भारत जी-20 देशों में सबसे तेज दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। सांसद एन.के.प्रेम चंद्रन ने आर्थिक मंदी से संबंधित सवाल किया था। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि देश की जीडीपी वृद्धि दर को बढ़ाने के लिए सरकार अर्थव्यवस्था में संतुलित स्तर की निश्चित निवेश दर, कम निजी उपभोग दर और नियार्त को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। वित्तमंत्री ने बताया कि विश्व बैंक के कारोबारी सुगमता रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में जीएसटी के बाद भारत की रैंकिंग 2018 के 77 के बदले 2019 में 63 हो गई। उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में निवेश का माहौल बनाने के लिए सरकार ने कई सुधार किए हैं, ताकि भारत पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर अर्थव्यवस्था वाला देश बन सके।