Aaj Samaj (आज समाज), India In UNGA, न्यूयॉर्क। इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच जंग का शनिवार को 22वां दिन था और इस बीच भारत ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के आपातकालीन विशेष सत्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को कहा कि भारत, इजरायल-हमास के बीच जारी लड़ाई के कारण विशेषकर गाजा पट्टी की बदतर स्थिति व वहां पर लगातार हो रहे आश्चर्यजनक नुकसान को लेकर बेहद चिंतित है। उन्होंने कहा, दोनों पक्षों के बीच युद्ध के कारण मासूम लोगों की जान जा रही है। योजना पटेल ने कहा कि क्षेत्र में शत्रुता बढ़ने से मानवीय संकट और बढ़ेगा।
- बंधकों की तत्काल और बिना शर्त हो रिहाई
वर्तमान में सभी पक्षों के लिए अत्यधिक जिम्मेदारी
वर्तमान समय में सभी पक्षों के लिए अत्यधिक जिम्मेदारी प्रदर्शित करना आवश्यक है। भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि भारत ने हमेशा इजरायल-फलस्तीन के लिए बातचीत के जरिए दो-राज्य समाधान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न पक्षों से तनाव कम करने, हिंसा से दूर रहने और सीधी शांति वार्ता की जल्द बहाली के लिए स्थितियां बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह करता है।
योजना पटेल ने कहा, भारत ने हमेशा इजरायल-फलस्तीन मुद्दे पर बातचीत के जरिए दो-देश समाधान का समर्थन किया है, जिससे इजरायल के साथ शांति से सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर रहने वाले फलस्तीन के एक संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य राज्य की स्थापना हो सके, इसके लिए, हम आग्रह करते हैं।
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि इस सभा के विचार-विमर्श से आतंक और हिंसा के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश जाएगा और हमारे सामने मौजूद मानवीय संकट को संबोधित करते हुए कूटनीति और बातचीत की संभावनाओं का विस्तार होगा।। योजना पटेल ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमलों को चौंकाने वाला बताया और जोर देकर कहा कि वे निंदा के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि भारत बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान करता है।
गाजा जंग रोकने के लिए सब कुछ करने की जरूरत : फलस्तीन
संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के राजदूत रियाद मंसूर ने कहा, गाजा जंग रोकने के लिए सब कुछ करने की जरूरत है, ताकि बच्चों व आम नागरिकों की हत्याओं के साथ और अधिक विनाश को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि फलस्तीनी प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से युद्धविराम रोकने के लिए प्रस्ताव अपनाने की कोशिश करता रहेगा।
इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार : गिलाद एर्दान
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, हम हमास के आतंकियों को फिर से हथियारबंद होकर ऐसे अत्याचार करने देने के लिए हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठेंगे। इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है और इस अधिकार के साथ यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार कभी दोबारा न हों। इसका का एकमात्र उपाय हमास को पूरी तरह खत्म करना है।
यूएनजीए में संघर्षविराम का प्रस्ताव पारित
इजरायल-हमास जंग के बीच संयुक्त राष्टÑ महासभा (यूएनजीए) में गाजा में मानवीय आधार पर संघर्षविराम पारित हो गया है। जॉर्डन की तरफ से इस संबंध में पेश प्रस्ताव में इजरायल-हमास के बीच मानवीय आधार पर गाजा में तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया गया है। प्रस्ताव के पक्ष में 120 और विरोध में केवल 14 वोट पड़े। 45 देशों ने मतदान से खुद को अलग रखा। प्रस्ताव में बिना किसी रुकावट गाजा तक मानवीय सहायता पहुंचाने का आह्वान किया गया है, जिसमें पानी, बिजली और वस्तुओं के वितरण को फिर से शुरू करना शामिल है। गाजा जंग को लेकर प्रस्ताव के लिए वोटिंग से जिन देशों ने दूरी बनाई उनमें भारत, ब्रिटेन, जर्मनी, कनाडा सहित 45 देश शामिल हैं।
दोनों पक्षों के 9000 से ज्यादा लोगों की मौत
इजरायल की वायुसेना का गाजा पट्टी में छिपे आतंकियों को मारने के लिए अभियान जारी है। सात अक्टूबर से अब तक दोनों पक्षों के 9000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इजरायल पर हमास के हमले में 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, तो वहीं गाजा में इजरायली एयरस्ट्राइक में 7500 हजार के करीब लोग अब तक मारे जा चुके हैं। इस बीच इजरायल ने दावा किया है कि उसने शुक्रवार रात को बमबारी में गाजा में 150 से ज्यादा अंडरग्राउंड सुरंगों को निशाना बनाया।
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