नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने हमेशा विश्व शांति का संदेश दिया है। विश्व शांति सभ्ीा केसाथ सद्भाव से ही संभव है। अपने संबोधन में उन्होंने भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई के बारेमें जानकाराी दी। उन्होंने कहा कि भारत ने भूकंप, चक्रवात, कोरोना सहित सभी प्राकृतिक आपदाओं को सामना किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत ने 150 से अधिक देशों की सहायता की है। इतना ही नहीं हमने कोरोना खिलाफ लड़ाई को भारत में जन आंदोलन बनाने की कोशिश की। उन्होंनेअपने भाषण मेंविश्व सद्भाव और कोरोना से लड़ाईके बारे में जानकारी दी
1. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ आज की दुनिया में इसकी भूमिका और महत्ता के आकलन का अवसर है।
2. कोविड के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में भारत ने 150 से अधिक देशों की सहायता की है।
3. महामारी ने सभी देशों के धैर्य की कठिन परीक्षा ली।
4. भारत में हमने महामारी के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया।
5. कोविड के खिलाफ लड़ाई में हमारे जमीनी स्तर की स्वास्थ्य प्रणाली भारत को दुनिया में इस संक्रमण से उबरने की सबसे बेहतर दर सुनिश्चित में मदद कर रही है।
6. भारत का दृढ़ मत है कि स्थायी शांति और समृद्धि को बहुपक्षीय माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है।
7. शुरूआत से ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों और एउडरडउ का सक्रिय समर्थन किया है। एउडरडउ के पहले अध्यक्ष एक भारतीय ही थे। एउडरडउ के एजेंडा को आकार देने में भारत ने भी योगदान दिया।
8. हमारे 600,000 गांवों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करके हमने पिछले साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई।
9. जब भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपने 75साल पूरे करेगा तब हमारा ‘हाउसिंग फॉर आॅल’ कार्यक्रम 2022 तक प्रत्येक भारतीय के
सिर पर एक सुरक्षित छत सुनिश्चित करेगा।
10. चाहे भूकंप, चक्रवात, इबोला संकट या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है। कोरोना के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता उपलब्ध करवाई है।