नई दिल्ली। विदेश सचिव रविश कुमार ने तुर्की द्वारा कश्मीर के मुद्दे को उठाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। विदेश सचिव ने यूएनजीए में तुर्की द्वारा कश्मीर मुद्दे को उठाए को लेकर कहा कि इस तरह की चीज पर बयान देने से पहले हम चाहेंगे कि तुर्की की सरकार जमीनी स्तर पर हालातों को समझे। ये मामला भारत के लिए पूरी तरह से आंतरिक है। इसके अलावा उन्होंने मलेशिया की ओर से भी कश्मीर को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। रविश कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर ने देश के अन्य राज्यों की तरह की इंस्ट्रूमेंट आॅफ एस्सेशन साइन किया है। पाकिस्तान ने अवैध तरीके से जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्से को अधिकृत कर लिया है। मलेशिया की सरकार को दो देशों के संबंधों को ध्यान में रखते हुए इस तरह के बयान से बचना चाहिए। इसके अलावा विदेश सचिव रविश कुमार ने इमरान खान के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने लोगों को एलओसी की ओर बढ़ने का आह्वान किया था। रविश ने कहा कि यूएनजीए में इमरान ने उत्तेजक और गैरजिम्मेदार बयान भी दिया है। मेरे ख्याल से वे वैश्विक संबंधों को डील करने का तरीका नहीं जानते। सबसे गंभीर बात ये है कि उन्होंने भारत के खिलाफ जिहाद का खुल कर स्वागत किया है, ये सामान्य नहीं है।