नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी मेंभारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद एलएसी पर हालात बहत ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे। इस झड़प मे भारत और चीन के सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि लगातर तनाव को कम करनेके लिए बातचीत का दौर जारी था। कमांडर स्तर की बातचीत के साथ ही विदेश मंत्रालय और फिर अंत मे ंएनएसए अजित डोभाल की बातचीत चीन केसाथ हुई जिसके बाद चीन ने अपने कदम पीछे खींचे। अब एलएसी पर जिस स्थान पर हिंसक झड़प दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई थी वहां से चीनी सेना दो किलोमीटर पीछे हट गई । सेना की पीछे हटने की प्रक्रिया दो दिनों से जारी है। चीनी सेना ने उस स्थान से अपने निर्माण किए गए स्ट्रक्चर को भी उखाड़ दिया है। भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि पीछे हटने की प्रक्रिया आज (बुधवार) पूरी हो गई। सूत्रों ने कहा, ‘भारत-चीन के सैनिकों के बीच आज पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 पर पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान तकरीबन दो किलोमीटर तक पीछे जा चुके हैं।’ ‘हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में सोमवार को दोनों पक्षों (भारत-चीन) के बीच यह प्रक्रिया शुरू हुई थी।’ सूत्रों के अनुसार दोनों देशों की सेनाएंआपसी सहमति सेझड़प वाले स्थान से एक से डेढ़ किलोमीटर पीछे हटने पर सहमत हुर्इं थी और जब एक बार दोनोंदेशों की सेनाए पीछे हट जाएंगी तब दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच आगे की रणनीति को लेकर बातचीत होगी। एलएसी पर लगभग दो महीने से यह तनाव और गतिरोध जारी था। सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए एलएसी पर सेनाओं को पीछे हटना जरूरी था जिस पर दोनों देशों की सहमति बनी। गौरतलब है कि एलएसी के तनाव के बीच रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की चीनी विदेश मंत्री वांग यी से तकरीबन दो घंटे तक इस विषय पर चर्चा हुई। सेना के सूत्रों ने जानकारी दी है कि चीनी सैनिकों की वापसी के साथ, उन्होंने अपने टैंट, वाहन भी झड़प वाली जगह से पीछे हटाए हैं। वहीं, इलाके से भारत ने भी एक से दो किलोमीटर तक सैनिकों को वापस बुलाया है।