नई दिल्ली। प्रमाणन उद्योग संगठन एएसपीए की रिर्पोट के अनुसार भारत को नकली उत्पादों से हो रहे नुकसान से बचना होगा। नकली सामान से लगभग एक लााख करोड़ का नुकसान हर साल भारत को भुगतना पड़ रहा है। प्रमाणन उद्योग संगठन के 60 सदस्य हैं। लिहाजा ऐसे में इसके बारे में सही जागरुकता फैलाने और इसके खिलाफ समाधान निकालने की जरूरत है।
भारत में सबसे ज्यादा नकली दवाईयां बनती हैं। और इस बारे में पासरिचा ने कहा कि सरकार को इस संबंध में उचित कदम उठाने की सख्त जरूरत है क्योंकि नकली दवाइयां आम लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। बीते कुछ सालों में दुनियाभर में होने वाले व्यापार में नकली सामानों की हिस्सेदारी काफी बढ़ कर 3.3 फीसदी तक पहुंच गई है। ऐसे में अब समय है नकली उत्पादों पर रोक लगाने के लिए नई टेक्नोलॉजी का उपयोग करना। जो टेक्नोलॉजी भारत में फिलहाल नहीं है उसे जल्द ही भारत में लाना चाहिए।