INDIA Block Protest, (आज समाज), नई दिल्ली: लोकसभा सत्र के दौरान विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (INDIA Alliance) के सांसदों ने अडानी के मुद्दे पर संसद परिसर में आज विरोध प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी भी विरोध प्रदर्शन में भी शामिल रहे। इसके अलावा विपक्ष के सांसदों ने उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में हुई हिंसक घटनाओं के विरोध में सदन से कुछ समय के लिए वॉकआउट भी किया। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख व सांसद अखिलेश यादव ने प्रश्नकाल की शुरुआत की।
ओम बिरला ने सदस्यों को दी चेतावनी
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मंगलवार को सदस्यों को चेतावनी दी कि यदि स्थगन के कारण सदन की कार्यवाही और बाधित होती है, तो उन्हें समय की हानि की भरपाई करनी होगी। बता दें कि सरकार और विपक्षी दलों ने सोमवार को संसद में एक सप्ताह से चल रहे गतिरोध को तोड़ने के लिए समझौता किया और लोकसभा और राज्यसभा में संविधान को अपनाने के 75वें वर्ष के अवसर पर इस पर चर्चा के लिए तारीखों की घोषणा की। निचला सदन 13 और 14 दिसंबर को तथा उच्च सदन 16 और 17 दिसंबर को संविधान पर चर्चा करेगा।
संभल की घटना एक सोची-समझी साजिश : अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा, उत्तर प्रदेश संभल में जो घटना हुई, वह एक सोची-समझी साजिश है। प्रदेश में 13 नवंबर को उपचुनाव होने थे, लेकिन इसे 20 नवंबर तक टाल दिया गया। यह सरकार संविधान को नहीं मानती। संभल में शाही जामा मस्जिद के खिलाफ याचिका दायर की गई थी। दूसरे पक्ष की बात सुनने से पहले ही मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश पारित कर दिया गया। 19 नवंबर को सर्वेक्षण किया गया और रिपोर्ट कोर्ट को दी जानी थी।
पुलिस और प्रशासन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो
24 नवंबर को फिर से सर्वेक्षण किया गया, जिसके दौरान लोग सर्वेक्षण का कारण जानने के लिए एकत्र हुए। सर्किल ऑफिसर ने वहां एकत्र लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया और लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने हथियारों से गोलीबारी की, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए और 5 निर्दोष मारे गए। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए ताकि लोगों को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटना न दोहराई जाए।
जानें ‘इंडिया’ के विरोध प्रदर्शन पर क्या बोले कार्ति चिदंबरम
अडानी मामले पर संसद परिसर में इंडिया अलायंस के विरोध प्रदर्शन के दौरान पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, आरोप दूसरे देश में लगाए गए हैं, लेकिन संबंधित घटनाएं यहां हुई हैं। कार्ति चिदंबरम ने पूछा, क्या उन आरोपों की सत्यता की जांच करना हमारा कर्तव्य नहीं है? उन्होंने कहा, ये आरोप झूठे हो सकते हैं, केवल जांच ही इसे किसी न किसी तरह से साबित कर सकती है।
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने भी अडानी मामले पर इंडिया अलायंस के विरोध को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, संसद के सुचारू संचालन के लिए एक समझौता किया गया है और इसके बावजूद अब वे (इंडिया) ऐसा कर रहे हैं। केवल वे ही जानते हैं। अरुण गोविल ने कहा, संसद रचनात्मक कार्य और रचनात्मक राजनीति के लिए है।
ये भी पढ़ें : Vijay Rupani: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी का होगा नया सीएम!