India are nine wickets away from winning the first Test: पहले टेस्ट में जीत से नौ विकेट दूर भारत

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विशाखापत्तनम। बतौर ओपनर अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे रोहित शर्मा (पहली पारी 176, दूसरी पारी 127) के ऐतिहासिक शतकों के बूते टीम इंडिया ने पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के सामने 395 रन का विशाल लक्ष्य रखा। जवाब में चौथे दिन का खेल खत्म होने तक मेहमान टीम एक विकेट के नुकसान पर 11 रन बना चुकी है। एडन मार्करम (1) और ब्रॉयन (5) क्रीज पर मौजूद हैं। अब टेस्ट मैच के आखिरी दिन दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 384 रन बनाने हैं जबकि भारत की कोशिश बचे नौ विकेट निकालने की होगी।
विशाखापट्टनम के राजशेखर रेड्डी स्टेडियम पर खेले जा रहे तीन टेस्ट मैच की सीरीज के पहले मुकाबले के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 431 रन पर समेटने के बाद भारत ने अपनी पहली पारी (502/7) के आधार पर 71 रन की बढ़त बना ली। भारत की दूसरी पारी में एक बार फिर से रोहित शर्मा ने शतक ठोका। पहली पारी में दोहरा शतक ठोकने वाले मयंक अग्रवाल दूसरी पारी में महज सात रन ही बना पाए।
मयंक अग्रवाल के विकेट के बाद रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा ने मानो दक्षिण अफ्रीकी टीम को जीत से बहुत दूर कर दिया। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच 169 रन की साझेदारी हुई, लेकिन 190 पर पुजारा के आउट होने के बाद रोहित ने इस टेस्ट की दूसरी पारी में भी शतक पूरा कर विश्व क्रिकेट के कई रिकॉर्ड धराशायी किए। 133 गेंदों का सामना करते हुए उन्होंने 9 चौके और 4 छक्के की मदद से अपना 5वां टेस्ट शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद रोहित और खतरनाक हो गए। रनगति बढ़ाने और चौके-छक्के लगाने के प्रयास में 127 रन के निजी स्कोर पर भारत को तीसरा झटका लगा। रोहित बतौर सलामी बल्लेबाज अपने पहले ही टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज भी बन गए। अब क्रीज पर कप्तान विराट कोहली आए हैं।
239 के स्कोर पर रोहित के आउट होने के बाद जडेजा और विराट ने तेज रफ्तार में बल्लेबाजी की, लेकिन 32 गेंदों में 40 रन बनाकर जडेजा रबाडा की गेंद पर बोल्ड होकर लौट गए। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए अजिंक्ये रहाणे ने और भी तूफानी अंदाज में खेलना शुरू कर दिया। अंत में विराट और रहाणे ने मिलकर 37 रन जोड़े, इसके बाद विराट कोहली ने पारी घोषित करने का फैसला किया। टेस्ट मैच के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका ने अपने पुराने स्कोर 385/8 से आगे खेलना शुरू किया। तीसरे दिन नाबाद लौटे मुथस्वामी और केशव महाराज ने भारतीय गेंदबाजों को संभल कर खेलना शुरू किया ही था कि, जल्द ही अश्विन ने भारत को चौथे दिन की पहली सफलता महाराज को आउट कर दिलाई।
केशव के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए आए कगिसो रबाडा और मुथस्वामी ने आखिरी विकेट लिए 35 रन जोड़े और दक्षिण अफ्रीकी टीम का स्कोर बोर्ड चलाया, लेकिन एक बार फिर अश्विन अटैक पर लौटे और रबाडा को एलबीडब्लू आउट कर दक्षिण अफ्रीका की पारी को 431 रन पर समेट दिया। अश्विन ने इस पारी में 145 रन देकर कुल सात विकेट चटकाए।