Aaj Samaj (आज समाज), Income Tax Department, नई दिल्ली: आयकर विभाग की सख्ती के बाद कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अगर पार्टी की कुल संपत्ति और उसके संभावित बकाया टैक्स पर गौर किया जाए तो उसे कुल संपत्ति की दोगुना राशि बतौर आयकर टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है, जिससे पार्टी दिवालिया हो सकती है। कांग्रेस की कुल संपत्ति लगभग 1,430 करोड़ रुपए है।
- कुल संपत्ति से दोगुना हो सकता है आयकर
तीन और मूल्यांकन वर्षों के लिए भेजा जाना है नोटिस : कांग्रेस
पार्टी की ओर से बताया गया है कि कि उसे 5 वित्त वर्ष (असेसमेंट ईयर या मूल्यांकन वर्ष) के लिए 1,823 करोड़ रुपए के आयकर मांग का नोटिस दिया गया है और विभाग की ओर से पार्टी को अभी तीन और मूल्यांकन वर्षों के लिए नोटिस भेजा जाना है। सूत्रों के मुताबिक इस हिसाब से आयकर विभाग कांग्रेस से उसकी कुल संपत्ति की तुलना में लगभग दोगुना धनराशि बतौर कर बकाए के तौर पर भुगतान करने को कह सकता है।
आईटी रिटर्न में उल्लंघन पर वसूले जा चुके हैं 135 करोड़
कांग्रेस ने बताया है कि 31 मार्च से पहले उसे बाकी डिमांड नोटिस जारी होने के बाद पार्टी से वसूली जाने वाली कुल राशि का आंकड़ा 2,500 करोड़ रुपए को पार कर सकता है। यह कांग्रेस के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि पार्टी की कुल संपत्ति लगभग 1,430 करोड़ रुपए है, जबकि बकाए टैक्स की देनदारी 2500 करोड़ है। आईटी विभाग ने आकलन वर्ष 2018-19 के लिए आईटी रिटर्न में उल्लंघन के लिए कांग्रेस के बैंक खातों से 135 करोड़ रुपए की पहले ही वसूली कर ली है ।
हाई कोर्ट से नहीं राहत, सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी
कांग्रेस को 7 साल के रिटर्न के पुनर्मूल्यांकन के संबंध में दिल्ली हाई कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। इस सप्ताह की शुरुआत में उनकी याचिकाएं खारिज कर दी गईं। एक सरकारी सूत्र ने बताया कि यही वजह है कि कांग्रेस ने पिछले हफ्ते सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की क्योंकि उन्हें इन सात वर्षों के लिए भारी मांग नोटिस की आशंका थी। आईटी विभाग के कदमों को रोकने के लिए कांग्रेस अब सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
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