इशिका ठाकुर,करनाल:
धान की वेरिफिकेशन के नाम पर किसानों की नहीं हो रही धान की खरीद और ना ही कट रहे गेट पास, किसान परेशान।
किसानों के लिए एक बड़ी परेशानी
किसानों की धान का सीजन अंतिम चरण में है लेकिन किसानों को अब भी अपनी धान बेचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। करनाल उपयुक्त ने आज धान खरीद को लेकर एक नया फरमान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि धान खरीदने से पहले ही उसकी धान की वेरिफिकेशन की जाए यह धान हरियाणा का है या यूपी का। हालांकि यह वेरिफिकेशन यूपी से आ रही धान को रोकने के लिए लागू किया गया है लेकिन यह करनाल और हरियाणा के किसानों के लिए एक बड़ी परेशानी बन गया है।
करनाल की नई अनाज मंडी में अपनी धान बेचने के लिए आए हुए किसान ने कहा कि उनको उनकी धान की वेरिफिकेशन का हवाला देकर उनका गेट पास नहीं काटा जा रहा और ना ही धान की खरीद की जा रही। उन्होंने कहा कि उनकी धान की वेरिफिकेशन मंडी प्रशासन के द्वारा गांव के सचिव के द्वारा की जा चुकी है। लेकिन उसके बावजूद भी ध्यान नहीं खरीदी जा रही। मंडी प्रशासन का कहना है कि 4 से 5 दिन अभी धान खरीदने में लग सकते हैं ।
वेरिफिकेशन के नाम पर खरीद बंद
वही मंडी में आए एक अन्य किसान ने कहा कि उसकी धान की फसल मंडी में दिवाली से पहले की पड़ी हुई है सरकार ने वेरिफिकेशन के नाम पर एकदम से खरीद बंद कर दी जिससे उनकी धान की फसल खराब होती जा रही है। पिछले कई दिनों से ऐसे ही अनाज मंडी में पड़े रहने से धान काली होती जा रही है जिससे उनके धान का मूल्य भी कम होता जा रहा है।
मंडी में मौजूदा समय में आज लगभग 200 किसान धान लेकर आए हुए थे जो मंडी के बाहर ही खड़े हुए हैं ऐसे में किसानों ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए नारेबाजी भी की। देखने वाली बात यह होगी कि किसानों की धान की खरीद की जाती है या नहीं ।
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