महिलाओं द्वारा गर्भावस्था के दौरान थोड़ी सी भी शराब का सेवन उनके बच्चे के चेहरे को असामान्य बना देता है। एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि ऐसे बच्चों में विकास संबंधी समस्याएं होती हैं। जब शोधकर्ताओं ने एक साल की उम्र के 415 बच्चों के बच्चों के चेहरे की तस्वीरों की जांच की, तो उन्होंने शिशुओं के चेहरों में सूक्ष्म बदलाव पाए। इनमें ज्यादातर बदलाव नाक, आंखों और होंठों के पाए गए। शोधकर्ताओं ने पाया कि ये बदलाव मां के शराब पीने के कारण हुए थे। इस बात से कोई फर्प नहीं पड़ता की उन्होंने गर्भावस्था की पहली तिमाही में शराब पी थी या पूरी गर्भावस्था के दौरान।
मर्डोक बाल अनुसंधान संस्थान और ऑस्ट्रेलिया में मेलबोर्न यूनिवर्सिटी के ऑर्थर एलेलीन मुग्गली ने कहा कि हम शराब की थोड़ी सी मात्रा की वजह से बच्चों के चेहरे के आकार में इन अंतरों को देखकर हैरान थे। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है कि शराब का सेवन चेहरे के निर्माण में योगदान देता है। उन्होंने कहा कि यह शोध का विषय है कि मस्तिष्क के विकास पर इसका असर किस तरह पड़ता है।
मुग्गली ने कहा कि अध्ययन से साफ हुआ कि चेहरे के परिवर्तन बेहद सूक्ष्म हैं। उन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता। केवल परिष्कृत त्रि-आयामी चेहरे के आकार के विश्लेषण से ही उसका पता किया जा सकता है। यह जरूरी भी नहीं कि गर्भ धारण करने के बाद अल्कोहल का सेवन का असर बच्चे के चेहरे पर दिखे ही। अध्ययन में पाया गया कि गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन करने वाली महिलाओं के बच्चों के चेहरे और नाक में अंतर था। यह अंतर उन बच्चों की तुलना में अधिक स्पष्ट था, जिनकी मांओं ने गर्भावस्था की पहली तिमाही में शराब का बिल्कुल सेवन नहीं किया।