Karnal News: करनाल में छात्र को च्युइंग गम चबाने से रोकने पर परिजनों ने स्कूल इंचार्ज को पीटा

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Karnal News: करनाल में छात्र को च्युइंग गम चबाने से रोकने पर परिजनों ने स्कूल इंचार्ज को पीटा
Karnal News: करनाल में छात्र को च्युइंग गम चबाने से रोकने पर परिजनों ने स्कूल इंचार्ज को पीटा

टीचर की नाक की हड्डी टूटी
Karnal News (आज समाज) करनाल: जिले के एक सरकारी स्कूल में टीचर द्वारा छात्र को च्युइंग गम चबाने से रोकना टीचर के लिए जानलेवा साहित हो गया। छात्र ने टीचर द्वारा च्युइंग गम चबाने से रोकने की शिकायत अपने परिजनों से की। छात्र परिजनों को स्कूल लेकर पहुंचा। छात्र के परिजन टीचर से बहस करने लग गए। इस दौरान परिजनों ने टीचर पर कस्सी से हमला कर दिया। इस हमले में स्कूल इंचार्ज गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना 13 दिसंबर की है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नगला रोड़ान में संस्कृत टीचर पवन कुमार इंचार्ज थे। सामाजिक विज्ञान टीचर पूर्ण सिंह 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों का पेपर ले रहे थे।

इस दौरान सुनील नामक छात्र क्लास रूम में च्युइंग गम चबा रहा था। टीचर ने छात्र को डांटा तो वह क्लास रूम छोड़कर घर भाग गया। उसने अपने अभिभावकों को टीचर की डांट के बारे में बताया। जहां बलवान और शेरखान ने मेरे साथ-साथ पूर्णा सिंह के साथ भी बदसलूकी की। हमने दोनों को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और डायल-112 पर कॉल की। जिस कमरे में दोनों को रखा गया था, उसमें इको क्लब का सामान पड़ा था।

दोनों आरोपियों ने चाकू और अन्य औजारों की मदद से कमरे का दरवाजा खोला और कस्सी लेकर बाहर निकल आए। मैं बाहर खड़ा था। आते ही उन्होंने कस्सी से मुझ पर हमला कर दिया। कुर्सी से बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन एक डंडा मेरी नाक पर लगा और नाक की हड्डी टूट गई और मैं बेहोश हो गया।

दोनों आरोपी गिरफ्तार

कुंजपुरा थाने के एसएचओ महाबीर सिंह ने बताया कि छात्र सुनील के पिता बलवान और चाचा शेर खान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हाजिरी देंगे टीचर

करनाल टीचर संघ के जिला अध्यक्ष रमेश शर्मा ने बताया कि घटना शुक्रवार 13 दिसंबर की है। जैसे ही यह मामला सामने आया तो जिला स्तरीय बैठक बुलाई गई। जिसमें हसला संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जिसमें फैसला किया गया नगला रोड़ान सरकारी स्कूल के सभी टीचर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अपनी हाजिरी देंगे, क्योंकि असुरक्षित माहौल में पढ़ाना संभव नहीं है। हमारा उद्देश्य स्कूल बंद करना नहीं है, बल्कि माहौल ऐसा होना चाहिए, जहां टीचर खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।