प्रवीण वालिया, करनाल:
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर स्थानीय श्री कृष्णा मन्दिर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का गुणगान करते हुए सहारनपुर से पधारे कथाव्यास बालयोगेश्वर श्री मनोज जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना और भगवान श्रीकृष्ण का नाम लेना चाहिए। इससे मनुष्य को मोक्ष मिलता है। उन्होंने कहा कि त्रेता युग में भगवान विष्णु की भक्ति को सर्वस्व माना है। द्वापर युग में तप को विशेष महत्व दिया है। कलयुग में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण को मोक्ष के द्वार का रास्ता माना है। श्री कृष्णा मंदिर काछवा की ओर से श्रीमद् भावगत कथा का आयोजन किया जा रहा है। 2 सितंबर को कथा का समापन होगा। 3 सितंबर को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भगवान हमेशा भक्तों का सम्मान बढाने आते हैं। भगवान की स्तुति करते हुए भक्त कहता है.. हे! गोविन्द आपका स्मरण करके हमारे नैत्र छलक रहे हैं। आपकी छवि हमारे ह्रदय में हर-पल छाई रहती है। आपका दर्शन मनोहर है। आपकी वाणी से निकले वचनों के संकेत हमें अनन्त प्रिय हैं। कभी सपने में तो कभी साक्षात् आपके दर्शन करके हमें परमशान्ति का अनुभव होता है। आप दर्शन देते रहना। इस अवसर पर अपार संख्या में श्रोताओं ने कथा-भजन का लाभ प्राप्त किया।