आज समाज डिजिटल, अम्बाला:
Important Role Of Tomato In Kitchen : रसोई में टमाटर की अहम भूमिका होती है। सब्जियों में टमाटर न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। टमाटर में मौजूद गुणों के कारण इसकी गिनती सूपर फूड के तौर पर की जाती है। टमाटर खाने के फायदे कई सारे हैं। लेकिन उससे पहले हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि टमाटर किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। टमाटर खाने के फायदे और नुकसान दोनों हैं।
टमाटर खाने के फायदे Important Role Of Tomato In Kitchen
दांतों और हड्डियों के लिए : दांतों व हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए टमाटर लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इसके अलावा टमाटर कैल्शियम से भी समृद्ध होता है। बता दें कि शरीर का लगभग 99 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम को हड्डियों और दांतों में जमा होता है, जो उन्हें मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।
आंखों के रोग में लाभदायक : टमाटर के सेवन से आंखों की बीमारियों से बचा जा सकता है। टमाटर में पाया जाने वाला विटामिन-सी लाभकारी साबित हो सकता है। बताया जाता है कि एंटीऑक्सीडेंट के रूप में विटामिन-सी कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। साथ ही यह आंखों को रोगमुक्त रखने में भी सहायक हो सकता है।
वजन कम करने में सहायक : टमाटर के रस के सेवन से शरीर के वजन और चर्बी को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, टमाटर फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है। वहीं, फाइबर वजन नियंत्रण करने में काफी हद तक मददगार साबित हो सकता है।
मधुमेह के लिए : टमाटर में मौजूद नारिंगिन नामक कंपाउंड एंटीडायबिटिक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है जो ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा, टमाटर का जूस लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, पोटेशियम, विटामिन-सी, फ्लेवोनॉइड, फोलेट और विटामिन-ई से समृद्ध होता है, जो टाइप 2 मधुमेह के जोखिमों को बढ़ने से रोक सकता है।
कैंसर के लिए : लाल टमाटर में लाइकोपीन पाया जाता है जो कि एक कैरोटीनॉयड है। यह कंपाउंड कैंसर के खिलाफ कीमो प्रिवेंटिव गुण प्रदर्शित कर सकता है। इसके अलावा, लाइकोपीन में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण भी होते हैं, जो कैंसर की समस्या को बढ़ने से रोकने मदद कर सकते हैं।
गर्भावस्था में उपयोगी : टमाटर के औषधीय गुणों के कारण इसका इस्तेमाल गर्भावस्था में भी उपयोगी हो सकता है। दरअसल, टमाटर फोलेट से समृद्ध होता है, जो गर्भ में पल रहे भ्रूण को न्यूरल ट्यूब दोष यानी रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क से जुड़े रोगों से बचाने में मदद कर सकता है।
दर्द निवारक : माटर के गुण की बात करें तो यह दर्द से भी राहत दिला सकता है। दरअसल, टमाटर फ्लेवोनोइड्स से समृद्ध होता है, यही वजह है कि दर्द संबंधी समस्याओं के लिए टमाटर का इस्तेमाल करना लाभकारी माना जा सकता है।
हृदय के लिए : टमाटर में कार्डियो प्रोटेक्टिव गुण होता है। साथ ही यह लाइकोपीन, बीटा-कैरोटीन, फोलेट, पोटेशियम, विटामिन-सी, फ्लेवोनोइड और विटामिन-ई का समृद्ध स्रोत है। इन तमाम खूबियों के कारण ही टमाटर कोलेस्ट्रॉल व रक्तचाप की रोकथाम में सहायक होता है। अगर कोलेस्ट्रॉल व रक्तचाप नियंत्रित रहेगा, तो हृदय संबंधी रोग होने के जोखिम कम हो जाते हैं ।
लीवर के लिए बेहतर : टमाटर में मौजूद लाइकोपीन अल्कोहलिक लिवर की बीमारी को रोकने में सहायक हो सकता है।टमाटर के सेवन से लीवर कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है । टमाटर व टमाटर जूस के फायदे लिवर स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है।
मस्तिष्क के लिए : मस्तिष्क के लिए भी टमाटर का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। टमाटर में मौजूद लाइकोपीन अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों को रोकने में भी मददगार हो सकता है अगर विटामिन सी की मात्रा कम होती है तो यह व्यक्ति की मनोदशा के अलावा मस्तिष्क के कार्य को भी प्रभावित कर सकता है।
टमाटर के नुकसान
टमाटर खाने के फायदे साथ-साथ टमाटर से होने वाले नुकसान जानकारी होनी जरूरी है, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन हानिकारक हो सकता है। इसके पराग से ब्रीथिंग संबंधी एलर्जी हो सकती है, जिसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम कहा जाता है इसके अलावा, अगर कोई हृदय रोग से संबंधित दवाइयों का सेवन कर रहे हो तो ऐसे में उन्हें टमाटर का सेवन डॉक्टर से पूछ कर ही करना चाहिए। दरअसल टमाटर पोटेशियम से समृद्ध माना जाता है। अगर किडनी संबंधित समस्या भी हैं तो उन्हें भी टमाटर के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। टमाटर खाने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। ऐसे में अगर टमाटर के नुकसान से बचकर टमाटर खाने के फायदे प्राप्त करना चाहते हैं तो सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे अकेले या फिर अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर भी पकाया जा सकता है। इसके अलावा टमाटर का उपयोग स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा व बालों के लिए भी किया जा सकता है। ऐसे में अब आप बेझिझक टमाटर को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। माना जाता है कि खीरा जल्दी पच जाता है वहीं टमाटर के बीज को पचाने में ज्यादा समय लगता है। यही कारण है कि दोनों का एक साथ सेवन करने से पेट में एसिड बनने लगता है। जो बाद में सूजन का कारण भी बन सकता है।Also Read : एसिडिटी की शिकायत दूर करने के लिए खाएं किशमिश Remove Acidity Complaint Raisins
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