- हकेवि में स्वदेशी उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी का हुआ समापन
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में जिला महेंद्रगढ़ खादी ग्रामोद्योग कार्यकर्त्ता संघ, नारनौल के सहयोग से स्वदेशी वस्तुओं की दो दिवसीय प्रदर्शनी का बुधवार को समापन हुआ।
विश्वविद्यालय के इनोवेशन एण्ड इन्क्यूबेशन सेंटर के प्रयासों से आयोजित इस प्रदर्शनी के संबंध में कुलपति ने कहा कि आर्थिक विकास में स्वदेशी उत्पादों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने से रोजगार सृजन और आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में मदद मिलेगी।
जैविक खेती कर किसान अपना उत्पादन बढ़ा सकते हैं
विश्वविद्यालय के इनोवेशन एण्ड इन्क्यूबेशन सेंटर द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी के दूसरे दिन जींद जिले के अमरहेडी गांव के प्रगतिशील किसान हवा सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने जैविक खेती के अपने अनुभव प्रदर्शनी में आने वाले लोगों के साथ साझा किए और उन्हें बताया कि किस प्रकार और अच्छा लाभ कमा सकते हैं। यहां बता दें कि हवा सिंह पिछले 30 वर्षों से कृषि कार्य कर रहे हैं और आधा एकड़ में 36 प्रकार फल व फसल उगा कर 6 से 7 लाख लाख रूपए वार्षिक आमदनी कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के इनोवेशन एण्ड इन्क्यूबेशन सेंटर की संयोजक प्रो. सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों पर आधारित दो दिवसीय प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व स्थानीय लोगों से उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए भविष्य में भी इस तरह के आयोजन किए जाते रहेंगे। जिला महेंद्रगढ़ खादी ग्रामोद्योग कार्यकर्त्ता संघ के सचिव बलवंत शर्मा ने प्रदर्शनी आयोजन करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। प्रदर्शनी के आयोजन में इनोवेशन एण्ड इन्क्यूबेशन सेंटर के सदस्य सुनील अग्रवाल ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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