मनोज वर्मा, कैथल :
श्री श्री रविशंकर द्वारा संचालित संस्था आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा भगवान श्री गणेश-प्रतिमा के विसर्जन समारोह का शुभारंभ आचार्य सूरजभान शांडिल्य द्वारा दीप प्रज्वलन संग गणेश वंदना वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु में देव सर्वकार्येषु सर्वदा के मंगल गायन पश्चात् गुरुपूजा के साथ किया गया। कार्यक्रम संयोजक सुनील खुराना ने बताया कि वेदविज्ञान महाविद्यापीठ, कपिस्थल आश्रम, कैथल में आचार्या कंचन सेठ एवं आचार्य सूरजभान शांडिल्य के पावन सानिध्य में विधिपूर्वक सम्पन्न इस श्री गणेश-प्रतिमा विसर्जन समारोह में भक्तों ने शुद्ध मंत्रोचारण के बीच बेहद सात्विक वातावरण में श्री गणेश जी की अराधना करते हुए सर्वविघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी के प्रति अपनी कृतज्ञता की अभिव्यक्ति की।
आचार्या कंचन सेठ ने बताया कि इस पावन कार्यक्रम में भाग लेने से साधक जिस सकारात्मक ऊर्जा तथा प्राणशक्ति से ओतप्रोत होंगे वो उनके संकल्प सिद्धि में सहायक होने के साथ-साथ सम्पूर्ण वातावरण पर भी निश्चित रूप से शुद्ध एवं सात्विक प्रभाव डालेगी। गणपति बप्पा मोरया की पावन गूंज से सम्पूर्ण वातावरण का गुंजायमान होना आज के पवित्र कार्यक्रम की दिव्य विशेषता रही। इसके पश्चात् सुमुधर भजनों से सुसज्जित भगवान श्री गणेश जी के चरणों में समर्पित दिव्य भजन संध्या में गरिमा गुगलानी तथा शेफाली खुराना द्वारा श्रीगणेश-आराधना सम्बन्धी गाये गये विविधतापूर्ण भजनों की अनूठी श्रृंखला द्वारा रचित गणेशमय वातावरण में सभी साधकों ने अलौलिक आनन्द की दिव्य अनुभूति अर्जित की। तत्पश्चात् भक्तजनों ने भगवान श्री गणेश-प्रतिमा का कपिस्थल आश्रम के चारों ओर नाचते गाते हुए परिक्रमा करने के पश्चात् आचार्य सूरजभान शांडिल्य के सुयोग्य मार्गदर्शन में विधिवत रूप में नहर में विसर्जन किया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में आचार्या कंचन सेठ ने सभी भक्तों को स्नेहाशीष प्रदान करते हुए उन्हें गुरु-आशीर्वाद सूचक प्रशाद भी प्रदान किया। इस सम्पूर्ण गणेश महोत्सव के आयोजन की सफलता तय करने में स्वामी धनन्जय शर्मा, दीपक सेठ एडवोकेट, अल्पना मित्तल, डॉक्टर विकास भटनागर, डॉक्टर सीमा भटनागर, कंचन सेठ, सुनील खुराना, डॉक्टर सुनीला सीकरी, सोनिया मिगलानी, सुमन सेठ, शेफाली खुराना, ढोलक मास्टर राजू, गीता खुराना, भारत खुराना, सूरजभान शांडिल्य, पीयूष हसीजा, याशिका हसीजा, गीता खुराना, गुलाब, कृष्ण मिगलानी, शैलजा खुराना, रुचि शर्मा, गरिमा गुगलानी, नैना, विरण्या शर्मा, प्रद्युम्न मिगलानी, पुष्पेंद्र सेठ, दैविक खुराना तथा कमल कान्त गाँधी आदि स्वयंसेवकों ने सराहनीय योगदान प्रदान किया।
ये भी पढ़ें : नेशनल पार्क से निकलकर कलेसर गांव में घुसा जंगली हाथी
ये भी पढ़ें : जिला स्तर पर बैडमिंटन में आरपीएस स्कूल महेंद्रगढ़ छाया