IMC-2024: संघर्षों से जूझ रही दुनिया को आज कनेक्टिविटी की जरूरत: पीएम मोदी

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IMC-2024: संघर्षों से जूझ रही दुनिया को आज कनेक्टिविटी की जरूरत : पीएम मोदी
IMC-2024: संघर्षों से जूझ रही दुनिया को आज कनेक्टिविटी की जरूरत : पीएम मोदी

India Mobile Congress 2024, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघर्षों के दौर में कनेक्टिविटी की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि पूरा विश्व आज संघर्षों से जूझ रहा है और ऐसे स्थिति में कनेक्टिविटी की बहुत जरूरत है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 (आईएमसी 2024) के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री ने आज यह बात कही। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आईएमसी के आठवें संस्करण का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम चार दिन चलेगा। इस बार का थीम ‘द फयूचर इज नाउ’ (The Future is Now) है।

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अमीर-गरीब के बीच खाई पाट रहा मोबाइल-इंटरनेट

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में टेलीकॉम सेक्टर में देश की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 21वीं सदी में भारत की मोबाइल और टेलीकॉम यात्रा एक बेहतर उपलब्धि है। आज टेलीकॉम न केवल कनेक्टिविटी का जरिया है, बल्कि यह आपर्च्युनिटी के साथ ही इक्विटी का भी माध्यम बन गया है। हमने इसे आपर्च्युनिटी और इक्विटी का भी जरिया  बनाया है। इसी के साथ ही इंटरनेट और मोबाइल आज अमीर- गरीब की दूरी मिटाने में मदद कर रहे हैं।

अब हम 6जी पर काम कर रहे, क्वालिटी पर फोकस

प्रधानमंत्री ने कहा, इंडिया मोबाइल कांग्रेस और वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली (डब्ल्यूटीएसए) आज पूरे विश्व को कनेक्टिविटी के माध्यम से सशक्त करने की बात करती है। डब्ल्यूटीएसए और आईएमसी के साथ मिलकर काम करने पर उन्होंने कहा कि जब ग्लोबल और लोकल का मेल होता है तो न केवल एक देश, बल्कि पूरे विश्व को लाभ होता है। पीएम यह भी बताया कि आज के टाइम में भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा 5जी मार्केट बन चुका है और अब हम 6जी पर काम कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत क्वालिटी सर्विस पर सबसे ज्यादा फोकस कर रहा है। इसके साथ ही खास तौर पर हम अपने स्टैंडर्ड पर ध्यान दे रहे हैं।

आदि काल से ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना

पीएम ने कहा, भारत आदि काल से ही ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना को अपनाता आया है और हमेशा हम दुनिया को संघर्ष से बाहर निकालकर कनेक्ट करने के लिए प्रयासरत रहे हैं। मोदी ने बताया कि प्राचीन सिल्क रूट से आज के टेक्नोलॉजी रूट तक, भारत का हमेशा दुनिया को कनेक्ट करने के साथ ही हरेक के लिए प्रगति के नए रास्ते खोलने का उद्देश्य रहा है।

10 वर्ष पहले की थी डिजिटल इंडिया के 4 पिलर की बात 

्रपीएम मोदी ने कहा, 10 साल पहले देश के सामने डिजिटल इंडिया का विजन रखते हुए मैंने कहा था, हमें टुकड़ों में नहीं बल्कि होलैस्टिक अप्रोच के साथ आगे बढ़ना होगा। उस समय डिजिटल इंडिया के 4 पिलर की बात की गई थी। पहला यह डिवाइस के दाम कम हो, दूसरा देश के कोने-कोने तक डिजिटल कनेक्विटी पहुंचे तीसरा डेटा सब लोगों की पहुंच में हो और चौथा पिलर तब डिजिटल फर्स्ट ही हमारा लक्ष्य बताया था। पीएम ने बताया कि इस अप्रोच ने बहुत जल्द बेहतर परिणाम दिए।

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