पटियाला। आईएमए पंजाब के दस हजार डॉक्टर्स (प्राइवेट डॉक्टर्स) कोरोना के मरीजों के लिए ओपीडी, इनडोर, क्रिटिकल केयर सर्विसेस, वेंटिलेटर और बेड आदि उपलब्ध करा रहे हैं। वे अपने और अपने परिवारों के लिए गंभीर जोखिम की कीमत पर सार्वजनिक हित में पंजाब सरकार को बिना शर्त समर्थन प्रदान कर रहे हैं। निजी डॉक्टर राज्य और केंद्रीय करों के लिए सबसे बड़े नौकरी प्रदाता और सबसे बड़े योगदानकर्ता हैं, फिर उन्हें पुरातन कानूनों के ढेरों के अधीन क्यों किया जा रहा है? आम आदमी पार्टी ने मेडिकल छात्रों के लिए सीई एक्ट और शुल्क वृद्धि का तुरंत वापिस लेने की मांग की। इस बाबत आईएमए पटियाला के अध्यक्ष डॉ अजाता एस कपूर और डॉ हरसिमरन एस तुली सह अध्यक्ष डॉ बलबीर सिंह को ज्ञापन सौंपा।