नईदिल्ली। बाबा रामदेव ने ऐलोपैथी केखिलाफ बयान देकर विवाद को हवा दे दी है। उनकेऐलोपैथी केखिलाफ विवादास्पद बयानबाजी देने केबाद मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उनकेबयान से नाराज आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है। आईएमए उत्तराखंड ने 15 दिन के भीतर क्षमा न मांगने व बयान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से न हटाने पर बाबा के खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकने की चेतावनी दी गई है। आईएमए उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ अजय खन्ना ने बाबा रामदेव को छह पेज का नोटिस भेजा। नोटिस मेंकहा गया हैकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बाबा के बयान से आईएमए उत्तराखंड से जुड़े दो हजार सदस्यों की मानहानि हुई है। उन्होंने कहा कि एक सदस्य (डॉक्टर) की पचास लाख की मानहानि के अनुसार कुल एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा किया जाएगा। इस नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल बाबा रामदेव के वीडियो के जरिए ऐलोपैथी डॉक्टरों की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई है। उनके खिलाफ मानहानि और एफआईआर की भी बात कही गई। आईएमए ने अपनी नोटिस में76 घंटे के अंदर दिव्य श्वासारि कोरोनिल किट के भ्रामक विज्ञापन को भी सभी प्लेटफार्म से हटाने को कहा गया है। डॉ खन्ना ने कहा है कि बाबा ने भ्रामक विज्ञापन के जरिए कोरोनिल को कोरोना संक्रमण के विरुद्ध प्रभावि दवाई व कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभावों से बचाने वाली दवाई बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी बाबा के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।