नई दिल्ली। इसरो ने चंद्रयान-2 मिशन को बहुत हद तक सफल बनाया था। भले ही अंतिम क्षणों में चंद्रयान-2 अपने विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग नहीं करा पाया लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों ने भारत को अंतरिक्ष में सुपर पावर बनाने का निर्णय कर लिया है। इसके लिए देश के दो बड़े संगठनों इसरो और दिल्ली आईआईटी ने मिलकार काम करने का मन बनाया है। आईआईटी के छात्र और वैज्ञानिक अंतरिक्ष में भारत की जरुरतों के अनुसार रिसर्च का काम करेंगे। इसरो की ओर से इसके लिए आईआईटी के दिल्ली कैंपस में एक अलग सेल की स्थापना की जा रही है। ‘इसरो स्पेस टेक्नॉलॉजी सेल’ के नाम से बनने वाले इस सेल में इसरो के वैज्ञानिक भी सहयोग करेंगे। आईआईटी, दिल्ली के निदेशक प्रो. वी. रामगोपाल राव ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि इस सेल में आईआईटी के छात्र काम करेंगे। इससे भविष्य में इसरो को तकनीकी रुप से दक्ष वैज्ञानिक मिल सकेंगे। इससे इसरो को भी लाभ होगा।